Mahakal Darshan System News: विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने के लिए दुनिया भर से श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है। यहां रोजाना हजारों लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ देखी जाती है जिन्हें मंदिर समिति द्वारा तैयार किए गए प्लान के मुताबिक दर्शन करवाए जाते हैं।
फिलहाल भक्त देश या विदेश के हो या फिर स्थानीय उन्हें एक ही तरह से बाबा के दर्शन कर लाभ मिलता है। लेकिन अब मंदिर समिति ने एक नया प्लान शहर वासियों के लिए तैयार किया है।
Continue Reading
शहर के नागरिक अब अपना आधार कार्ड दिखाकर बाबा महाकाल के अलग से दर्शन कर सकेंगे। मंदिर समिति ने इस निर्णय को स्वीकृति दे दी है और मंदिर में चल रहे निर्माण कार्य पूरे होने के बाद इस व्यवस्था को शुरू कर दिया जाएगा।
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम की मौजूदगी में महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक संपन्न हुई। जिसमें एसपी सचिन शर्मा, निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह, मंदिर प्रशासक संदीप सोनी समेत समिति के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
इस बैठक में महापौर मुकेश टटवाल और मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य पुजारी राम शर्मा ने बाबा महाकाल के दर्शन करने आने वाले उज्जैन के स्थानीय निवासियों के लिए प्रथक से व्यवस्था करने का प्रस्ताव रखा था।
इस प्रस्ताव में कहा गया था कि स्थानीय निवासियों का पहचान प्रमाण पत्र देखकर उन्हें अलग से दर्शन करवाए जाएं। मंदिर समिति ने इस प्रस्ताव का खुशी से स्वागत करते हुए इस स्वीकृति प्रदान कर दी है।
उज्जैन वासियों के लिए होगा अलग द्वार
मंदिर समिति की बैठक में यह तय किया गया है कि उज्जैन के लोगों को पहचान प्रमाण पत्र दिखाने के बाद सहज रूप से दर्शन करवाए जा सकें, इसके लिए अलग से द्वार तैयार किया जाएगा।
व्यवस्था शुरू किए जाने के बाद शहर में रहने वाले लोग अपना आधार कार्ड दिखाकर इस द्वार से मंदिर में प्रवेश लेकर बाबा महाकाल के दर्शन आसानी से कर सकेंगे। शहरवासियों के लिए जल्दी इस सुविधा को शुरू कर दिया जाएगा।
समिति की बैठक में यह भी तय किया गया है कि शहर के पार्षदों को भी प्रोटोकोल व्यवस्था के तहत दर्शन करने की सुविधा दी जाएगी। समिति के सदस्यों की ओर से इस बारे में सहमति जता दी गई है और जब शहर के निवासियों के लिए पृथक दर्शन की सुविधा शुरू हो जाएगी, तब से यह प्रोटोकॉल व्यवस्था भी लागू कर दी जाएगी।
कर्मचारियों की ग्रेड होगी तय
समिति की बैठक में इस बात का निर्णय भी लिया गया है कि मंदिर में जितने भी कर्मचारी काम करते हैं उनकी ग्रेड तय की जाएगी। सभी कर्मचारियों को उनकी योग्यता और काम के आधार पर ग्रेड दी जाने वाली है।
बैठक के दौरान महाकालेश्वर मंदिर के वार्षिक बजट पर भी चर्चा की गई है और एक प्रस्ताव तैयार कर संभागायुक्त के पास भेजने पर सहमति जताई गई है। यहां से प्रस्ताव पास होने के बाद इसे पारित कर दिया जाएगा।
About Author
Diksha Bhanupriy
"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है।
मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।