उज्जैन के महाकाल मंदिर में वीआईपी श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन करने का बड़ा मामला सामने आया। दरअसल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे और बहु को दो अन्य लोगों के साथ गर्भगृह में प्रवेश करते हुए देखे गए है। जिसके बाद कांग्रेस ने मोहन सरकार को आड़े हाथो लिया। दरअसल कांग्रेस ने नीति नियम का हवाला देते हुए सरकार से बड़े सवाल किए। वहीं आरोप लगाया की सत्ता के मद में कई लोग अपने आप को भगवान से भी ऊपर मानने लगे हैं।
जानकारी के मुताबिक गुरुवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे सांसद श्रीकांत शिंदे अपनी पत्नी और दो अन्य लोगों के साथ महाकाल मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे थे। वहीं इस दौरान उन्होंने महाकाल मंदिर के गर्भगृह में दर्शन किए और पूजा अर्चना की। जिसके बाद कांग्रेस ने इसे लेकर भाजपा और उसके सहयोगी दलों पर बड़ा आरोप लगाया।
जुलाई 2023 से महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश है प्रतिबंधित
दरअसल जुलाई 2023 से महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित है। सावन महीने के दौरान बढ़ती भीड़ को देखते हुए यह निर्णय मंदिर प्रशासन द्वारा लिया गया था। वहीं बाद में मंदिर प्रशासन ने न सिर्फ सावन के लिए बल्कि इसे आगे बढ़ाकर 11 सितंबर 2023 तक बंद करने का निर्णय किया था। हालांकि अभी तक भी आम जनता के लिए गर्भगृह का द्वार नहीं खोला गया है। दरअसल यह निर्णय शिवलिंग के क्षरण को रोकने के लिए लिया गया था। जिसके चलते अभी तक भी महाकाल के गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित है। ऐसे में एकनाथ शिंदे के बेटे सांसद श्रीकांत शिंदे के द्वारा गर्भगृह में प्रवेश करने पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
सत्ता के मद में भाजपा और उनके सहयोगी दलों के नेता अपने आप को भगवान से भी ऊपर मानने लगे हैं।नीति, नियम और उनका पालन इन्हें कहां रास आएगा!
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के बेटे द्वारा बाबा महाकाल मंदिर के गर्भ गृह में पत्नी और दो अन्य लोगों के साथ प्रवेश करना ना सिर्फ नियमों का बल्कि… pic.twitter.com/2PJ34skPdt
— MP Congress (@INCMP) October 18, 2024
कांग्रेस ने भाजपा को आड़े हाथों लिया
जानकारी के अनुसार इस दौरान श्रीकांत शिंदे और उनकी पत्नी लगभग 6 मिनट तक गर्भगृह में रहे और शिवलिंग के पास बैठकर पूजन-अर्चन करते हुए दिखाई दिए। जिसका वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी वायरल हो गईं। जिसके बाद कांग्रेस ने भाजपा को आड़े हाथों लिया। दरअसल कांग्रेस ने कहा कि, “सत्ता के मद में भाजपा और उनके सहयोगी दलों के नेता अपने आप को भगवान से भी ऊपर मानने लगे हैं। नीति, नियम और उनका पालन इन्हें कहां रास आएगा!” इतना ही नहीं उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव पर भी तीखा हमला बोला और कहा कि “मुख्यमंत्री स्वयं उज्जैन के हैं, मगर वे बाबा महाकाल मंदिर में नियमों का पालन नहीं करवा पा रहे !!”