आज सावन का दूसरा सोमवार (Sawan Somwar) है, ऐसे में आज महाकाल मंदिर (Mahakal Mandir) में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है। आज महाकाल मंदिर में सुबह 6:00 बजे से ही भक्तों का सैलाब देखने को मिल रहा है। सावन के दूसरे सोमवार के दिन करीब सुबह 6:00 बजे से 12:00 बजे तक में ही 2 लाख भक्तों ने महाकाल के दर्शन किए। वहीं आज निकली महाकाल बाबा की सवारी में भी भक्तों की काफी ज्यादा भीड़ देखने को मिली।
इस दौरान ये खबर भी सामने आई है कि चार धाम मंदिर के सामने आज भगदड़ मचने की वजह से 2 लोग घायल हो गए। यह दो लोग गुना के आरोन निवास के बताए जा रहे हैं। इन दोनों घायलों को जिला अस्पताल में उपचार के लिए भेज दिया गया है। खबर यह भी सामने आई है कि अब तक 7 लोगों से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं।
Skin Care : क्या स्किन पर हो रहे हैं दाग-धब्बे, मुंहासे? लाल चंदन के इस्तेमाल से ऐसे करें दूर
जानकारी के मुताबिक, सावन के महीने में बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए हर दिन हजारों भक्तों उज्जैन आ रहे हैं। ऐसे में रोजाना दो 2 घंटे की लाइन में लगने के बाद भक्तों को भोलेनाथ के दर्शन करने को मिल रहे हैं। अब भक्तों की लाइन महाकाल मंदिर से चार धाम यात्रा तक पहुंच गई है। चार धाम यात्रा से आते-आते महाकाल मंदिर तक भक्तों की भीड़ इतनी ज्यादा रहती है कि इस वजह से कई लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
गुना के 2 लोग घायल –
बताया जा रहा है कि आज सुबह करीब 6:00 बजे भगदड़ मचने की वजह से 2 लोग घायल हो गए। यह दो लोग भीड़ में दब गए। इतना ही नहीं कुल 7 लोगों के घायल होने की खबर अब तक सामने आई है। जो लोग घायल हुए हैं उनका नाम है प्रीतम सिंह उम्र 45 साल, गजेंद्र सिंह उम्र 50 साल यह दोनों ही आरोन गुना के रहने वाले हैं इनके साथ कुल 14 लोग महाकाल के दर्शन करने के लिए उज्जैन आए थे।
यह लोग आज सुबह की ट्रेन से 5:00 बजे उज्जैन पहुंचे। यहां पर पहुंचने के बाद जब वह महाकाल मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे तो उन्हें चार धाम मंदिर के पास वाली लाइन में खड़ा होना पड़ा। ऐसे में एकदम से भगदड़ मच गई। जिसकी वजह से प्रीतम सिंह और गजेंद्र सिंह दोनों भीड़ में दब गए। बताया जा रहा है कि एक तो मौके पर ही बेहोश हो गए और दूसरे को मामूली चोट आई है।
इस वजह से दोनों को जिला अस्पताल भेज दिया गया था। जहां उनका उपचार किया जा रहा है। दोनों ही जिला अस्पताल में भर्ती है। जानकारी के मुताबिक यहां आज सावन के दूसरे सोमवार के दिन भक्तों की इतनी ज्यादा भीड़ बढ़ गई कि पुलिस और प्रशासन दोनों के हाथ फूल गए। इतना ही नहीं भीड़ इतनी ज्यादा हो गई कि फूल प्रसाद बेचने वालों को भी लोगों पर लाठी चलानी पड़ी।