जबलपुर, संदीप कुमार। हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक के समर्थन में बीते दिनों जिला कोर्ट में उपद्रव करना और भय फैलाना उसके गुर्गों को महंगा पड़ गया। जबलपुर एसपी ने अब्दुल रज्जाक के बेटे सहित 13 आरोपियों के खिलाफ इनाम घोषित किया है। जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए।
अब्दुल रज्जाक का बेटा सरताज जो कि दुबई में था उसने वहीं से बैठे-बैठे अपने गुर्गों को निर्देशित किया कि जब उसके पिता और भाई को जिला कोर्ट में पेश किया जाए उस दौरान उपद्रव और भय फैलाते हुए उनको वहां से छुड़ाने की कोशिश की जाए। सरताज के इशारे पर करीब 50 से 100 लोग जिला कोर्ट में पहुंचे थे और उपद्रव भी किया था इस दौरान अब्दुल रज्जाक के गुर्गों की वकीलों से झड़प भी हुई थी।
13 नामजद आरोपियों पर 5000 – 5000 रुपये का इनाम घोषित
जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने जिला कोर्ट में उपद्रव करने वालों के खिलाफ पांच-पांच हजार रु का इनाम घोषित किया है, एसपी ने जबलपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम भी आरोपियों की गिरफ्तारी में लगाए रखा है, एसपी का कहना है कि जबलपुर जिले के साथ-साथ आसपास के जिलों की पुलिस की भी मदद ली जा रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा
ओमती थाना पुलिस ने कई धाराओं के तहत किया मामला दर्ज
अब्दुल रज्जाक के बेटा सरताज जो कि दुबई में है उसके साथ साथ 13 अपरधियों के खिलाफ ओमती थाना पुलिस ने धारा 147, 186, 294, 225, 332, 353, 506, 120 बी, 109 भादवि एवं 3(1)ध, 3(2)(व्हीए) एस.सी.एस.टी. के प्रकरण में आरोपी एहफाज उर्फ एफराज, मोह. अब्बास , राजू उर्फ रियाज, मोहमूद, मोह. सज्जाद, कमरूल इबाद, मोहम्मद वसीम, मोहम्मद बिलाल, मोहम्मद तौसीफ, शेखू उर्फ अब्दुल सईद, अब्दुल मजीद, माजिद मूसा, मोहम्मद सरताज के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश की जा रही है।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....