मंदसौर, तरुण राठौर। लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों के बीच प्राइवेट कोविड सेंटर के नाम पर शहर में लूट चल रही है। शहर में चल रही लूट की जानकारी होने के बावजूद प्रशासन द्वारा धृष्टराज की नीति को अपनाते हुए प्राइवेट कोविड सेंटर पर लगाम लगाने की जगह शहर दो और नए प्राइवेट कोविड सेंटर बनाए गए है, जिससे कि जिले प्रायवेट कोविड सेंटर को बढ़ावा मिल सके और अधिकारियों को मुनाफा हो सके।
प्राइवेट कोविड सेंटर में ये अधिकारी बेचारे मरीजों के स्वास्थ्य सेवा के नाम पर मोटी कमाई करते और इसका फायदा प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर प्रायवेट कोविड सेंटर के संचालक को होता। शहर में जो तीन प्राइवेट कोविड सेंटर बनाए गए है, उसके संचालक सत्ताधारी पार्टी से तालुक रखते है या उसी के नेता है, यहां कारण है कि उनकी होटल या रिसोर्ट में ये प्रायवेट सेंटर बनाएं गए है जिससे उन्हें फायदा हो सके।