चल रहे अंतर्कलह से बढ़ सकती है बीजेपी की मुश्किलें, मिल सकता है धोखा

बीजेपी

मंदसौर, तरुण राठौर । मध्य प्रदेश की जिन 28 सीटों पर उपचुनाव होना (madhyapradesh byelections on 28 seats) है उनमें एक मंदसौर जिले (mandsaur district) की सुवासरा विधानसभा सीट(Suvasara Assembly Seat)  भी शामिल है। इन उपचुनावों की तारीखों का ऐलान आज चुनाव आयोग (election commission) ने कर दिया है। जिसके बाद से ही प्रदेश की 28 सीटो पर आचार सहिता (Aachar sanhita) लग गई है। इसी के साथ ही बीजेपी (bjp) की मुसीबत बड़ गई है क्योंकि इस पूरे विधानसभा क्षेत्र में पुर्व विधायक राधेश्याम पाटीदार (Former MLA Radheshyam Patidar) की पार्टी में अच्छी पैठ है। जबकि इसी क्षेत्र के कई कदावर भाजपा नेता (bjp prominent leader) भी पार्टी के इस कदम से नाराज है क्योंकि इसी हरदीप सिंह डग (Hardeep Singh Dang) ने पार्टी को पानी पी पीकर गाली दी है और दो बार इसी क्षेत्र से विधायक बने है। जबकि भाजपा में कांग्रेस छोड़ कर आए इस विधायक को मंत्री भी बनाया । साथ ही पार्टी टिकट (party ticket) भी दे दिया है।

इनके साथ कार्यकर्ताओ को भी पार्टी में बड़े पद से नवाजा जा रहा है , जबकि जीवनभर से इस पार्टी में दरी उठाने वाले कार्यकर्ता आज भी दरी ही उठा रहे है। पार्टी उन्हें कोई बड़ा पद नही दिया। जिसके चलते क्षेत्र के सभी पार्टी कार्यकर्ता नाराज (bjp party workers angry) है। जिसका नतीजा पार्टी को उपचुनाव (byelection) में देखने को मिल सकता है। वहीं कांग्रेस (congress) ने मौके का फायदा उठाते हुए पाटीदार समाज युवा (youth of patidar community) को मौका दिया है। क्योंकि इस क्षेत्र से जो भी सर्वे रिपोर्ट गई है, उसमें मंत्री जी की हालत खराब है। उसी को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने अपना दौरा सुवासरा के सीतामऊ में किया था। जहां पर कोरोना के सभी नियमो की खुलकर धज्जिया उड़ाई गई थी। इसके बाद मंत्री कोरोना पाजिटिव (corona positive) पाए गए थे, जिनका इलाज भोपाल (bhopal) में चल रहा है।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।