Mock Drill In Indore : एक बार फिर कोरोना के बढ़ते मामले लोगों में दहशत बैठा रहे हैं। दरअसल कोरोना के बढ़ते मामलों की आशंका के बीच आज देशभर के अस्पतालों में मॉक ड्रिल करवाई जाने वाली है। ऐसे में इंदौर के अस्पतालों में भी ऑक्सीजन प्लांट की जांच होगी। दरअसल, इंदौर के 48 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगे है। ऐसे में आज सुबह 9 बजे से ही इन सभी प्लांटों की जांच शुरू की गई।
स्वास्थ्य आयुक्त को भेजी जाएगी रिपोर्ट –
अब देखा ये जाएगा कि ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता क्या है वह ठीक से काम कर रहे है या नहीं। साथ ही ये भी पता लगाया जाएगा कि इन प्लांटों में से हो ऑक्सीजन का इस्तेमाल किया जा रहा है उसकी शुद्धता कितनी है। ये बात सीएमएचओ डा. बीएस सैत्या द्वारा बताई गई है। इसके अलावा सिविल सर्जन डा. प्रदीप गोयल द्वारा बताया गया है कि आज की जाने वाली जांच की रिपोर्ट बना कर स्वास्थ्य आयुक्त को भेजी जाएगी।
आक्सीजन प्लांटों की जांच –
जानकारी के मुताबिक, चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिले के शासकीय और निजी अस्पतालों में लगे ऑक्सीजन प्लांटों की जांच करने के आदेश दिए गए थे जिसके बाद आज मंगलवार के दिन सभी अस्पतालों में मॉक ड्रिल किया जाएगा। सभी अस्पतालों में देखा जाएगा कि ऑक्सीजन प्लांट ठीक से काम कर पा रहे है या नहीं उसके आधार पर ही इसकी रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
क्योंकि अगर कोरोना के मामले बढ़ते है और मरीजों को भर्ती करने की नौबत आई तो अस्पताल में कैसी व्यवस्था है और ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में है या नहीं सभी चीज की जांच आज की जाएगी। बताया गया कि आज यानी मंगलवार के दिन इंदौर के पीसी सेठी, हुकमचंद पालीक्लीनिक, अरण्य नगर अस्पताल सहित देपालपुर, महू, मानपुर के अस्पतालों में स्थापित आक्सीजन प्लांटों की जांच की जाएगी।
सभी अस्पतालों से मांगी गई जानकारी –
गौरतलब है कि पिछली बार जब कोरोना महामारी आई थी तब काफी ज्यादा परेशानियों का सामना मरीजों को करना पड़ा था। मरीजों के परिजनों को घंटों तक प्लांटों के बाहर सिलिंडरों में आक्सीजन भरवानी पड़ती थी। ऐसा इस बार ना हो इसलिए अभी से ही सरकार सख्ती दिखा रही है।
सभी चीजों पर नजर रखी जा रही है। कोरोना की आशंका को देखते हुए अभी से ही स्वास्थ्य विभाग जिले के शासकीय और निजी अस्पतालों में मौजूद सभी संसाधनों की जानकारी एकत्रित कर रहा है। ऐसे में सभी अस्पतालों से जानकारी मांगी गई है। जानकारी सामने आने के बाद अधिकारी खुद अस्पतालों में जाकर देखेंगे की जानकारी सही दी गई है या नहीं।