मुरैना, नितेंद्र शर्मा। गुरुवार को मुरैना (morena) में जिला चिकित्सालय के सामने नर्सिंग कॉलेज के छात्रों (nursing college students) ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सहयोग से एमएस रोड पर चक्का जाम किया। जिसके कारण आने-जाने वाले यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा। जिस समय नर्सिंग कॉलेज के छात्रों द्वारा यह चक्का जाम किया गया। उस समय पर एक एंबुलेंस भी उस जाम में फंस गई थी पर कुछ समय बाद उस एंबुलेंस को जिला अस्पताल में जाने का रास्ता दे दिया गया।
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दरअसल नर्सिंग कॉलेज के छात्र सरकार द्वारा संचालित नर्सिंग कॉलेज के संचालन में जो अनियमितताएं बरती जा रही है उसके लिए विरोध कर रहे थे। छात्रों के अनुसार शासन द्वारा निर्देशित किसी भी मापदंड का नर्सिंग कॉलेजों में पालन नहीं किया जा रहा। नर्सिंग कॉलेजों के पास हॉस्पिटलों की कोई व्यवस्था नहीं है जिसके कारण छात्रों को आज सुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
छात्रों का आरोप है कि यह महाविद्यालय धरातल पर ना होते हुए सिर्फ कागजों में ही संचालित हैं पूर्व में करोना महामारी के जूते हुए जिले में इन नर्सिंग छात्रों का कोई सहयोग शासन द्वारा और जिला चिकित्सा अधिकारी द्वारा नहीं लिया गया। इन सभी बातों के चलते डेढ़ महीने पहले नर्सिंग कॉलेज के छात्रों ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी को ज्ञापन दिया था। सीएमएचओ द्वारा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को विश्वास दिलाया गया था कि इस मामले में जल्द से जल्द हम कार्रवाई करेंगे। एक टीम भी गठित की गई जिसको कि कुछ दिनों बाद बंद कर दिया गया इसके बाद छात्रों के कहे अनुसार दोबारा एक टीम का गठन हुआ जिसकी की जानकारी किसी को नहीं दी गई।
इन सभी कारणों के चलते आज शहर में छात्रों द्वारा चक्का जाम किया गया। परंतु कुछ समय बाद एसबीएम व नगर निगम आयुक्त संजीव जैन द्वारा मौके पर पहुंचकर छात्रों को तुरंत इस संदर्भ में एक कमेटी गठित करके 15 दिनों में इसकी जांच की रिपोर्ट छात्रों को सौंपने का आश्वासन दिलाया और छात्रों से सड़क को अवरोधित ना करने का अनुरोध करते हुए जाम को खुलवाया।