मुरैना, संजय दीक्षित
जिला अस्पताल में एंबुलेंस चालकों की अवैध वसूली को लेकर जहां एक और मरीज परेशान है । वही प्रशासन इस अवैध वसूली से बेखबर है। हाल ही में एक मामले ने एंबुलेंस चालकों की अवैध वसूली की पोल खोल कर रख दी है। सूत्रों के मुताबिक एक एंबुलेंस चालक जिला अस्पताल से एक मरीज को लेकर ₹1000 की वसूली कर प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराते है। जबकि शासन के द्वारा ₹850 की रसीद काटी जाती है ।
वह रसीद काटने के बाद मरीज को ग्वालियर सरकारी अस्पताल तक पहुंचाने की जिम्मेदारी होती है, लेकिन एंबुलेंस चालक आजकल मरीजों को ठगने का काम कर रहे हैं। ग्वालियर जाने की रसीद कटवा लेते हैं और उन्हें लोकल ही किसी प्राइवेट अस्पताल में ले जाकर भर्ती करवा देते हैं। जिससे उनका कमीशन बन जाता है। इस मामले में एक एंबुलेंस चालक बसंत श्रीवास्तव जिसकी गाड़ी का नंबर mp06 pa0652 से बात की गई तो उसने गैर कानूनी तरीके से बात करते हुए कहा कि पेट्रोल के दाम बढ़ गए हैं इसलिए मैंने भी रसीद के दाम बढ़ा दिए हैं।
हास्यप्रद बात यह है कि स्वास्थ्य प्रशासन की नाक के नीचे संचालित एंबुलेंस मरीजों की राहत के लिए चलाए जाते हैं, और यह मरीजों की हालात का फायदा उठाते हैं।आखिर क्या वजह है कि अस्पताल प्रशासन नही करता हैं एम्बुलेंस चालकों के खिलाफ कोई भी कार्यवाही।कई एम्बुलेंस में फर्स्ट एड और ऑक्सीजन की भी सुविधा उपलब्ध नही है।