मुरैना, संजय दीक्षित। कुख्यात डकैत गुड्डा गुर्जर की गैंग के चार सदस्याें को जिला कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। पांच साल पहले की गई हत्या के मामले में कोर्ट ने यह फैसला दिया है, जिसमें गु्ड्डा गुर्जर भी दोषी है, लेकिन वह फरार है। जिन चार डकैतों को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है, उनमें तीन सगे भाई हैं। मामले में शासन की ओर से पैरवी करने वाले अपर लोक अभियोजक रामवीर सिंह राजपूत ने बताया कि घटना 4 अक्टूर 2017 को बानमाेर थाना क्षेत्र के पहाड़ी गांव के जखौदा गांव निवासी जितेंद्र सिंह गुर्जर अपने भाई बंटी गुर्जर के साथ खिरकाई में गाय चराने गया था। तभी डकैत गुड्डा गुर्जर के साथी जडेरुआ गांव के केशव सिंह, विजय सिंह, भारत सिंह पुत्रगण सीताराम गुर्जर और बल्ली पुत्र मेहकार गुर्जर निवासी पहाड़ी गांव ने जितेंद्र और बंटी को जंगल में घेर लिया।
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डकैत की गैंग ने दोनों भाई जितेंद्र व बंटी की मारपीट की, बचने के लिए भागे तो जितेन्द्र सिंह को गोली मार दी। इलाज के दौरान जितेंद्र ने दम तोड़ दिया। इस मामले में चारों को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इनमें से एक दोषी गुड्डा अब तक फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस की टीमें लगातार दविश दे रही हैंं। इस मामले में डकैत केशव सिंह, विजय सिंह, भारत सिंह और बल्ली गुर्जर गिरफ्तार हो चुके हैं, जो जेल में हैं। षष्टम अपर सत्र न्यायाधीश की अदालत ने गुरुवार को फैसला सुनाते हुए इन चारों डकैतों को हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनाई है, जबकि इस गैंग का मुखिया गुड्डा गुर्जर अभी फरार है, जिस पर 70 हजार रुपये का इनाम घोषित है।जिसकी तलाश में टीमें पकड़ने के लिए संबंधित ठिकानों पर दविश दे रही हैं।