फ्री में कलर पेंट नहीं देने पर महिला आरक्षक और उसके भाई ने दुकानदार के साथ की मारपीट, लाइन अटैच

Atul Saxena
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मुरैना, संजय दीक्षित। एक महिला आरक्षक (Female Constable) की गुंडागर्दी सामने आई है, महिला आरक्षक पर आरोप है कि फ्री में कलर पेंट ना देने पर आरक्षक ने भाइयों और अन्य साथियों के साथ मिलकर दुकानदार की जमकर पिटाई कर दी। जिसका वीडियो दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। वहीं इस पूरे मामले को देखते हुए मुरैना पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी ने महिला आरक्षक को लाइन अटैच कर दिया है।

जानकारी के अनुसार कैलारस थाना क्षेत्र में मारपीट और लूटपाट का सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां दुकानदार का आरोप है कि एसडीओपी कार्यालय में पदस्थ महिला आरक्षक कविता शर्मा और उसके भाई द्वारा पिछले दिनों एक  दुकान पर जाकर फ्री में पेंट मांगा गया, जब कलर पेंट नहीं दिया गया तो वर्दी का रौब दिखाते हुए महिला आरक्षक ने अपने भाई के साथ मिलकर मारपीट की और दुकान में तोड़फोड़ भी कर दी थी। महिला आरक्षक व उसके भाई ने दुकान में रखी बाल्टियों को फेंकना शुरू कर दिया। मारपीट करते हुए अपशब्द भी कहे और फोन कर 10 से 15 लोगों को बुला लिया और मारपीट शुरू कर दी ।

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मारपीट की ये पूरी घटना दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। खास बात ये हैं जब इसकी शिकायत लेकर फरियादी संतोष कुमार पुत्र रामचरण मंगल कैलारस थाने पहुंचा तो पुलिस ने भगा दिया और उसकी एफआईआर दर्ज नहीं की गई। पुलिस द्वारा लगातार पीड़ित पक्ष पर राजीनामा के लिए दबाव बनाया जा रहा था।

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पीड़ित दुकानदार मुरैना एसपी से मिलने पहुंचा और सीसीटीवी फुटेज सहित पूरी घटना की जानकारी उन्हें दी। पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए महिला आरक्षक को लाइन अटैच कर दिया है वहीं इस पूरे मामले की जांच एसडीओपी से कराने के आदेश दे दिए हैं।

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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