मुझे फांसी दे दो, पर किसी ने ठेले वालों को हाथ लगाया तो उनके हाथ तोड़ दूंगा, बोले कांग्रेस विधायक

ठेले वालों के समर्थन में कांग्रेस विधायक ने अधिकारियों को कहा कि पहले उचित स्थान दे उसके बाद ही उनको वहां से हटाया जाए। अगर इस तरह का व्यवहार किया जाएगा तो यह लोग कहां जाएंगे।

Amit Sengar
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Morena News : अपने देश में विवादित बयान देने वालों नेताओं की कोई कमी नहीं है। एक विवाद थमता नहीं कि दूसरा पैदा हो जाता है। लगता है जैसे विवादित और अमर्यादित बयानों की ये श्रंखला टूटेगी ही नहीं। ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश के मुरैना जिले से आ रहा है जहाँ विवादों को लेकर चर्चा में रहने वाले कांग्रेस के जौरा से विधायक पंकज उपाध्याय ने एक बार फिर अति विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने नगर पालिका अधिकारियों को चेतावनी देते हुए बोले, “चाहे मेरे ऊपर कार्रवाई हो जाए, या मुझे फांसी पर चढ़ा दो, लेकिन अगर आगे से किसी भी अधिकारी ने ठेले वालों को परेशान किया, तो मैं उनके हाथ तोड़ दूंगा। उनका यह बयान ठेले वालों के समर्थन में दिया है।

बता दें कि गरीब मजदूर ठेले वालों को उनकी विस्थापन व्यवस्था किए बिना हटाये जाने के विरोध में नगर पालिका जौरा पर कांग्रेस नेताओं ने विशाल धरना प्रदर्शन किया गया। धरना प्रदर्शन के दौरान जौरा विधायक पंकज उपाध्याय ने कहा कि पहले ठेले वालों को उचित स्थान दे उसके बाद ही उनको वहां से हटाया जाए। अगर इस तरह का व्यवहार किया जाएगा तो यह लोग कहां जाएंगे। साथ ही कांग्रेस विधायक ने ठेले वालों के लिए उचित स्थान की मांग करते हुए प्रशासन पर अन्याय का आरोप लगाया है।

रोजी-रोटी के लिए संघर्ष कर रहे हैं मजदूर ठेले वाले

उन्होंने आगे कहा कि यह गरीब और मेहनत करने वाले लोग अपनी रोजी-रोटी के लिए संघर्ष कर रहे हैं और उनके साथ इस तरह का व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हालांकि, उनका यह बयान अब राजनीतिक और कानूनी विवाद खड़ा कर सकता है। इधर प्रशासन ने इस मापूरे मामले को लेकर चुप्पी साध ली है इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन यह मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है।

मुरैना से नितेन्द्र शर्मा की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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