मुरैना, संजय दीक्षित। एक ओर जहां मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार अपने बयानों में अवैध खनन (Illegal Mining) जैसे कामों पर लगाम कसने की बातें कर रहे हैं, वहीं आज भी कई इलाके ऐसे हैं, जहां ये काम जोर-शोर से फल फूल रहा है। विभाग से जुड़े आला अधिकारी और अफसर भी इस काम में शामिल है। ताजा मामला मुरैना जिले का है, जहां अवैध खनन वरिष्ठ अधिकारियों के संरक्षण में किया जा रहा है। मुरैना जिले में संचालित कई खदानें वरिष्ठ अधिकारियों के संरक्षण में अवैध खनन का गढ़ बन गई है।
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अब इसके खिलाफ ग्वालियर की विजिलेंस टीम लगातार छापामार कार्यवाही को अंजाम दे रही है। बामोर, सबलगढ़ में छापामार कार्यवाही के दौरान पाया गया कि यहां से कई घन मीटर पत्थर अवैध रूप से निकाला जा चुका है। परिणाम स्वरूप अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया है। मुरैना के सबलगढ़ में वन विभाग के रेंजर के संरक्षण में अवैध पत्थर खदान से गायब होने का मामला फिलहाल गर्म है। वन विभाग के ग्वालियर स्थित अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक द्वारा विजीलेंस टीम भेजकर छापामार कार्यवाही के बाद इस बात का खुलासा हुआ। वन विभाग की जमीन 14 गड्ढों में से अवैध खनन द्वारा 250 घनमीटर पत्थर खोद कर अवैध रूप से सप्लाई करने की पुष्टि टीम ने की है।