Morena News : चंबल के बीहड़ों में उगने वाली संजीवनी विलुप्ति की कगार पर

Morena News :  चंबल क्षेत्र में पाए जाने वाला गुग्गुल विश्व का सर्वोत्तम गुग्गुल अपने अंदर कई सारे औषधीय गुण समेटे हुऐ हैं। वैसे गुग्गुल का नाम आते ही हमारे जहन में काले रंग का पत्थर जैसा एक पदार्थ जो कि देवी पूजा में उपयोग किया जाता है माना जाता है कि देवी को यह बहुत प्रिय है इसके बिना देवी पूजा अधूरी मानी जाती है परंतु शायद हम यह नहीं जानते कि यह कुछ औषधियों में भी उपयोग में लिया जाता है कुछ औषधियां तो ऐसी है जो इसके बिना बन ही नहीं सकती आइए जानते हैं कि यह कैसे होता है।

गुग्गल के बारे में

गुग्गुल एक झाड़ी दार औषधि पौधा है जोकि भारत में केवल दो ही स्थानों पर पाया जाता है भुज के कच्छ (गुजरात) एवं मध्य प्रदेश के चंबल में पाया जाता है इस पौधे के द्वारा निकलने वाले गोंद से लगभग 65 प्रकार की दवाईया बनाई जाती है जिसमे हॉट एवं पैरालाइसेस भी सम्मिलित है वहीं इसका उपयोग पूजा और अनुष्ठानों में किया जाता है। गुग्गुल से धूपबत्ती, अगरबत्ती, हवन सामग्री बनती है। इसलिए इस का उपयोग पूजा-अर्चना में घरों में किया जाता है। ऐसा माना जाता है पूजा-अर्चना में घी की तरह देवताओं को गुग्गुल की आहुतियां प्रिय होती है। इसलिए हर छोटे-बड़े अनुष्ठान व तांत्रिक पूजा में गुग्गुल का उपयोग होता है।


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”