Morena News : त्रेतायुगीन मंदिर पर धूमधाम से मनाई गई शनि देव की जयंती, शांति हेतु किए हवन-पूजन

Morena News : भगवान शनिदेव का जन्मोत्सव मुरैना जिले के ग्राम ऐंती स्थित शनि पर्वत पर मौजूद त्रेतायुगीन शनि मंदिर पर हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। देशभर के श्रद्धालु बीती रात से ऐंती पर्वत पर पहुंचना शुरू हो गये थे। प्रशासन द्वारा अभिषेक के पश्चात गर्भगृह के द्वार श्रद्धालुओं के लिये दर्शन हेतु पट खोल दिए गए।वहीं प्रशासन द्वारा गर्भ गृ़ह से लेकर मंदिर प्रवेश द्वार तक श्रद्धालुओं को धूप से बचने के लिये मैटी, पंडाल लगाई गई। परिसर को पूरी साज-सज्जा एवं मोंगरा के फूलों से सजाया गया। शनि जयंती के अवसर पर लगभग 20 से 22 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किये। इस अवसर पर कलेक्टर अंकित अस्थाना और पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान द्वारा गर्भगृह में पूजा अर्चना की। शनि जयंती के अवसर पर अधिकारियों ने व्यवस्थाओं पर नजर बनाये रखे।

बता दें कि ग्राम ऐंती स्थित शनीचरा पहाड़ स्थित शनि मंदिर त्रेतायुगीन मंदिर है। ऐसा माना जाता है कि रावण ने जब शनिदेव को कैद कर लिया था तो उनकी मदद के लिए हनुमान जी पहुंचे थे और महाबली हनुमान ने ही शनिदेव को रावण की कैद से रिहा कराकर मुरैना के ऐंती गांव के पास स्थित पहाड़ों के बीच में छोड़ा था। मान्यता है कि तभी से यहां शनिदेव का मंदिर स्थित है और हर वर्ष यहां एक विशाल मेला भी लगता है, जिसमें देशभर के श्रद्धालु भगवान शनिदेव का आशीर्वाद लेने के लिये शनिश्चरी अमावस्या, प्रत्येक शनिवार तथा शनि जयंती के अवसर पर आते हैं। भगवान को तेलाभिषेक कर काली वस्तुओं का दान कर अपने जीवन में सुख-शांति समृद्धि की कामना करते हैं। आज भी श्रद्धालुओं ने भगवान शनिदेव पर तेलाभिषक कर धर्म लाभ लिया। श्रद्धालुओं द्वारा भगवान शनिदेव के लिये छप्पन भोग लगाये गये। प्रशासन व पुलिस ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये व्यापक प्रबंध किये गये। प्रशासन व पुलिस के अधिकारी लगातार मंदिर परिसर व बाहर निगरानी बनाये हुये थे। धर्म प्रेमियों द्वारा भण्डारों का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं द्वारा स्वयं व परिवार की शांति हेतु हवन-पूजन किये जा रहे थे।


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”