Morena News : उप पंजीयक विभाग में रजिस्ट्री के एवज में 2 हजार की रिश्वत लेने का वीडियो हुआ वायरल, अधिकारियों ने कार्रवाई का दिया भरोसा

Morena News : एक तरफ सरकार के मुखिया के द्वारा रिश्वत लेने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात करते हैं तो वहीं दूसरी तरफ सरकारी कर्मचारी व अधिकारी घूस लेने से पीछे नहीं हट रहे हैं। बताया जाता है कि गरीब किसान जब अपने प्लॉट की रजिस्ट्री कराने के लिए जाता है तो उसको रकम से अधिक दाम चुकाने पड़ते हैं तब कहीं जाकर उसकी खेत या प्लॉट की रजिस्ट्री होती है, नहीं तो उसकी रजिस्ट्री को नीचे दबा दिया जाता है और पैसे मिलने के बाद उस पर हस्ताक्षर करके फाइल को आगे बढ़ा दिया जाता है, एक ऐसा ही मामला चंबल कॉलोनी के पास बने उप पंजीयक विभाग में देखने को मिला जहां एक अधिकारी के द्वारा दो हज़ार की रिश्वत अपने साथी को देने के लिए कहीं जा रही थी जिसका वीडियो बनाकर किसी ने वायरल कर दिया है। बताया जा रहा है कि यह वायरल वीडियो वहीं के प्राइवेट लोगों के द्वारा बनाया गया था और जिसको लेकर उन्होंने वायरल कर दिया है।

यह है पूरा मामला

बता दे कि मुरैना में रजिस्ट्रार ऑफिस के डिप्टी रजिस्ट्रार का दो हजार रुपए लेने का वाडियो वायरल किया गया है। यह वीडियो रजिस्ट्रार ऑफिस के दो लोगों के द्वारा बनाया गया है। वीडियो वायरल होने के बाद अब सब रजिस्ट्रार पर कार्यवाई की गाज गिरना तय माना जा रहा है। मुरैना के रजिस्ट्रार ऑफिस में रामनारायण शाक्य डिप्टी रजिस्ट्रार के रुप में पदस्थ हैं। उनके द्वारा दलाल योगेश सिंह से एक रजिस्ट्री कराने के ऐवज में दो हजार रुपए की रिश्वत की मांग की गई। इस पर योगेश सिंह ने जब आपत्ति जताई तो रजिस्ट्रार ने रजिस्ट्री करने से साफ इंकार कर दिया,जिसके बाद में योगेश सिंह दो हजार रुपए लेकर सब रजिस्ट्रार रामनारायण शाक्य के पास पहुंचे तथा उनसे पैसे लेने को कहा गया जहां रामनारायण शाक्य उस वक्त खाना खा रहे थे।वीडियो में डिप्टी रजिस्ट्रार ने उनसे कहा कि चेंबर में चलो, वहीं आकर लेंगे। उसके बाद रजिस्ट्रार रामनारायण शाक्य अपने चेंबर में जब पहुंचे तो योगेश सिंह ने दो हजार रुपए उन्हें रिश्वत के दिए तथा रजिस्ट्री देने को कहा। इस पर उन्होंने कहा कि वह नरेन्द्र को रुपए दे दें। नरेन्द्र रजिस्ट्रार ऑफिस में एक निजी कर्मचारी है जो रजिस्ट्रार ऑफिस में बतौर बाबू पदस्थ है तथा रजिस्ट्रार के सारे लेन-देन उसी के माध्यम से होते हैं। योगेश सिंह नरेन्द्र के पास पहुंचे तथा उससे कहा कि यह रुपए साहब ने भेजे हैं। इन्हें ले लो और रजिस्ट्री दे दो। इस पर उसने इंकार किया तो योगेश सिंह बोले कि साहब का फोन आता होगा, वह स्वयं तुमसे कहेंगे। उसी समय रजिस्ट्रार का फोन नरेन्द्र के पास आया जिसमें नरेन्द्र ने कहा कि ये रजिस्टी लेने की बात कर रहे हैं।


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”