MP में बसा है नागों का स्वर्ग, यहां लोगों के साथ परिवार के सदस्य की तरह रहते हैं सांप

मध्य प्रदेश हिंदुस्तान के दिल के नाम से मशहूर है क्योंकि यहां पर देखने और घूमने करने के लिए बहुत कुछ मौजूद है। कई सारे खूबसूरत स्थानों के बीच यहां कुछ आश्चर्यजनक स्थान भी मौजूद है। इन्हीं में से एक नागचुन गांव है, जो नागों का स्वर्ग है।

मध्य प्रदेश भारत का एक ऐसा राज्य है, जिसे अपनी समृद्धि संस्कृति और परंपराओं की वजह से दुनिया भर में पहचाना जाता है। यहां मनाए जाने वाले त्योहार, बोली, लोगों का पहनावा और व्यंजन हमेशा से ही मशहूर रहे हैं। घूमने फिरने के लिए अभी मध्य प्रदेश में बहुत कुछ मौजूद है। आज हम आपके यहां बसे नागों के स्वर्ग के बारे में बताते हैं।

यह बात हैरान करने वाली जरूर है लेकिन मध्य प्रदेश में नागों का स्वर्ग बसा हुआ है। यहां के खंडवा के नजदीक एक ऐसा गांव मौजूद है जहां पर हजारों की संख्या में सांप रहते हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि यहां पर यह साफ लोगों की किचन बेडरूम और घर के हर हिस्से में रहते हैं। एक सांप को देखकर कोई भी आम आदमी घबरा सकता है लेकिन यहां भारी तादाद में लोगों के आसपास सांप घूमते हैं। इस वजह से इस जगह को नागचुन के नाम से पहचाना जाता है।

MP में है नागचुन  

ये खंडवा से कुछ किलोमीटर दूर मौजूद एक प्रसिद्ध गांव है। अधिक मात्रा में सांप निकलने की वजह से जगह का नाम नागचुन पड़ गया। बताया जाता है कि सांपों के हिसाब से यह जगह बहुत अनुकूल है जिसकी वजह से यहां इतनी ज्यादा मात्रा में सांप रहते हैं।

हर जगह नजर आएंगे सांप

अगर हमारे सामने एक भी सांप आ जाए तो हम उसे देखकर डर जाएंगे। लेकिन जब आप इस गांव में जाएंगे तो आपके यहां लोगों के किचन, बैडरूम, हैंगर और हर जगह सांप लिपटे हुए दिखाई देंगे। हालांकि, अब यहां के खेतों में रासायनिक खाद का इस्तेमाल शुरू होने के बाद इनकी संख्या थोड़ी कम हो गई है।

अनुकूल है भौगोलिक स्थिति

जंतु विशेषज्ञों की माने तो नागचुन गांव की भौगोलिक स्थिति सांपों के अनुरूप काफी अनुकूल है। वह इस एनवायरनमेंट में रहना पसंद करते हैं। यही कारण है कि यहां पर लोगों के घरों के अंदर आप चाहे जब सांपों को रेंगते हुए देख सकते हैं।

नहीं पहुंचाते नुकसान

जानकारी के मुताबिक इस गांव में इंडियन कोबरा से लेकर रसेल वाइपर, पदमा नागिन, धामन, एलबिनो कोबरा से लेकर इंडियन ग्रेट जैसे सांप और 30 फीट लंबा अजगर भी देखने को मिलता है। लगभग 1000 आबादी के इस गांव में अब तक सर्पदंश की कोई घटना नहीं हुई है। यहां कोई भी शुभ काम करने से पहले नाग देवता की पूजन अर्चन की जाती है।


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Diksha Bhanupriy

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"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

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