MP News : प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। पुराने अस्पतालों की मरम्मत किए जाने के साथ नए अस्पतालों का निर्माण भी किया जाना है। 1093 करोड़ रुपए खर्च किए जाने वाले हैं, जिसमे 802 करोड़ रुपए भवन और 10 करोड़ रुपए फर्नीचर और अन्य राशि उपकरणों पर खर्च की जाएगी।
अस्पतालों की संख्या को भारतीय स्वास्थ्य लोक मानक के अनुरूप करने के लिए ये योजना तैयार की गई है। इसमें करीब 226 अस्पताल शामिल हैं, जिसमे 191 प्राथमिकी स्वास्थ्य केंद्रों के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और सिविल अस्पताल सहित उप स्वास्थ्य केंद्र भी शामिल है।
आईपीएचएस के मुताबिक प्रदेश में लगभग 2641 अस्पतालों की कमी है, जिनमें से ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 886 अस्पताल कम हैं। इस योजना में शहर के 6 जिला अस्पतालों का भी उन्नयन किया जाना था, लेकिन बजट की कमी के चलते फिलहाल इन्हें टाल दिया गया है। अगले चरण में इन अस्पतालों के साथ कुछ और चिकित्सालयों का निर्माण किया जाने वाला है।
आईपीएचएस के आंकड़े तक पहुंचने में अभी कुछ साल प्रदेश को लगने वाले हैं क्योंकि फिलहाल योजना के तहत 226 अस्पताल तैयार किए जाने वाले हैं। इसके बाद भी 2415 अस्पतालों की कमी प्रदेश में रहेगी।