MP News : प्रदेश की सभी अनाज मंडियों में पिछले चार दिनों से हड़ताल जारी है। आज भी हड़ताल की वजह से सभी मंडी बंद पड़ी है। यह हड़ताल मध्य प्रदेश सकल अनाज दलहन तिलहन व्यापारी महासंघ के आह्वान पर की जा रही है। चार दिनों की इस हड़ताल की वजह से करीब 7 से 8 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ है। दरअसल, प्रदेश में कृषि उपजों पर लगने वाले ज्यादा टैक्स और मंडी बोर्ड की मनमानी के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल सोमवार से शुरू की गई।
इन मांगों को लेकर की जा रही हड़ताल
बताया जा रहा है कि व्यापारियों द्वारा लगातार मंडी टैक्स, व्यापारी को गोदाम बनाने की अनुमति, नए कारोबारियों को गोदाम के लिए जगह आवंटन करने जैसी मांगें की जा रही है लेकिन उन्हें पूरा नहीं किया जा रहा है इस वजह से हड़ताल शुरू की गई थी। इसी को देखते हुए मंडी प्रशासन ने भी किसानों के लिए उपज नहीं लाने और नीलामी स्थगित रखने की सूचना भी जारी कर दी।
हड़ताल को लेकर सकल अनाज दलहन तिलहन व्यापारी संघ के अध्यक्ष गोपालदास अग्रवाल का कहना है कि मप्र में कृषि उपज पर लग रहे भारी भरकम मंडी टैक्स, निराश्रित शुल्क के साथ लीज प्रकरणों का निराकरण नहीं होने और बदले गए मंडी नियमों के विरुद्ध प्रदेशभर में व्यापारियों द्वारा आंदोलन किया जा रहा है। लेकिन अब तक सरकार और प्रशासन द्वारा किसी भी तरह की चर्चा की कोई बात नहीं की गई।
हड़ताल के समर्थन में कांग्रेस और दाल मिल एसोसिएशन
जानकारी के मुताबिक, इस हड़ताल के समर्थन में कांग्रेस भी शामिल है। हाल ही में कांग्रेस उद्योग एवं व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अजय चौरडिया द्वारा कहा गया है कि वह इस हड़ताल के समर्थन में हैं। जल्द इंदौर-भोपाल में संगठन के पदाधिकारी हड़ताल कर रहे व्यापारियों के समर्थन में पहुंचेंगे। इतना ही नहीं अनाज व्यापारियों की हड़ताल को कांग्रेस के साथ दाल मिल एसोसिएशन ने भी अपना समर्थन दिया है। दाल मिल एसोसिएशन के अधिकारियो का कहना है कि वे भी व्यापारियों की मांग का समर्थन करते हैं।