MP News: पुलिस और रेत माफिया की मिलीभगत पर PCCF ने उठाए सवाल, मुरैना में रेत माफिया के खिलाफ की गई कार्रवाई पर विवाद

MP News: PCCF ने राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य से अवैध रेत उत्खनन के मामले में पुलिस और रेत माफिया के बीच मिलीभगत का बड़ा आरोप लगाया है। PCCF ने अपराधियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।

Rishabh Namdev
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MP News: मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में पुलिस और रेत माफिया के बीच मिलीभगत का गंभीर आरोप लगाया गया है। दरअसल प्रधान मुख्य वन संरक्षक (PCCF) ने मुरैना पुलिस की कार्रवाई पर संदेह जताते हुए कहा है कि राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य से अवैध रेत उत्खनन के मामले में पुलिस और रेत माफिया के बीच मिलीभगत हो सकती है।

वनमंडलाधिकारी की रिपोर्ट का अवलोकन

दरअसल वनमंडलाधिकारी, सामान्य वनमंडल, मुरैना द्वारा दिनांक 17/05/2020 को भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य से अवैध रेत उत्खनन में लिप्त एक वाहन ट्रॉली को जप्त किया गया था। इसके तहत वन अपराध प्रकरण 9803 200 को दिनांक 13/06/2021 को दर्ज किया गया था।

वहीं ग्रामवासियों ने पुलिस थाना नगरा, जिला मुरैना में 07 वनरक्षकों, 01 वाहन चालक और 01 अन्य के खिलाफ एफ.आई.आर. क्रमांक 85/21 दर्ज कराई थी। इसके जवाब में तत्कालीन गेम रेंजर दीपांकर ने भी ग्रामवासियों के खिलाफ एफ.आई.आर. क्रमांक 86/21 दर्ज कराई।

MP News: पुलिस और रेत माफिया की मिलीभगत पर PCCF ने उठाए सवाल, मुरैना में रेत माफिया के खिलाफ की गई कार्रवाई पर विवाद

जानकारी के अनुसार घटनाक्रम की जांच के लिए दिनांक 15/06/2021 को मजिस्ट्रियल जांच स्थापित की गई थी। वहीं इस जांच का प्रतिवेदन जिला दण्डाधिकारी, मुरैना द्वारा दिनांक 20/07/2023 को पुलिस अधीक्षक, मुरैना को भी भेजा गया था। हालांकि, वन विभाग ने बार-बार अनुरोध के बावजूद उक्त जांच प्रतिवेदन प्राप्त नहीं किया है।

पुलिस की कार्रवाई पर विवाद

दरअसल ग्रामवासियों द्वारा दर्ज एफ.आई.आर. क्रमांक 85/21 में पुलिस ने बिना वन विभाग को सूचित किए सभी वनरक्षकों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इस मामले में CRPC की धारा 197 और मध्यप्रदेश शासन गृह (पुलिस) विभाग के निर्देशों का उल्लंघन करते हुए अभियोजन स्वीकृति के बिना नवंबर 2021 में अंबाह न्यायालय में चालान पेश किया।

वन अधिकारियों की शिकायत

वहीं वन अधिकारियों द्वारा दर्ज एफ.आई.आर. क्रमांक 86/21 में आज तक चार्जशीट पेश नहीं की गई है। उच्च न्यायालय में दर्ज प्रकरण MCC 18689/2023 और MCC 51088/2023 में भी पुलिस अधीक्षक, मुरैना को चार्जशीट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।

दरअसल राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य से अवैध रेत उत्खनन एक संगठित आपराधिक गतिविधि है। इस पर नियंत्रण के लिए पुलिस और वन विभाग को समन्वय स्थापित कर संयुक्त कार्रवाई करने की आवश्यकता है। पुलिस थाना नगरा, जिला मुरैना द्वारा की गई कार्रवाई से वन कर्मचारियों का मनोबल गिरा है।

PCCF का अनुरोध

वहीं PCCF ने पुलिस मुख्यालय से आवश्यक समन्वय स्थापित करने और मजिस्ट्रियल जांच के साथ-साथ पुलिस थाना नगरा, जिला मुरैना में दर्ज अपराध क्रमांक 86/2021 में अपराधियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। साथ ही, अपराध क्रमांक 85/2021 में वन कर्मचारियों को न्याय दिलाने का भी अनुरोध किया है।


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मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।

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