MP News: मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना जब से शुरू हुई है कोई ना कोई गड़बड़ सामने आ रही है। मुरैना में एसपी के पिता दर्शनार्थी के तौर पर गए थे और यह मामला सामने आने के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था। इसी तरह का मामला अब हरदा में सामने आया है जिसे लेकर जमकर बवाल मचा हुआ है। कृषि मंत्री कमल पटेल (Kamal Patel) की सास और करीबी रिश्तेदार को तीर्थ दर्शन योजना के हितग्राही के तौर पर भेजो जाने की बात पर कांग्रेस के पूर्व विधायक रामकिशोर दोगने (RK Dogne) ने आरोप लगाया है और कहा है कि सरकारी खर्च पर उन्हें यात्रा करवाई गई है। मंत्री ने अपनी सास को स्टेशन से अन्य यात्रियों के साथ रवाना किया है।
रामकिशोर दोगने का पटेल पर वार
इस मामले में पूर्व विधायक रामकिशोर दोगने का कहना है कि पटेल को जनता की सेवा के लिए चुना गया है और वह अपने परिवार के लोगों को तीर्थ यात्रा करवा रहे हैं। एसपी के पिता जब यात्रा पर गए थे तो उन्हें सस्पेंड कर दिया गया अब आपके साथ क्या किया जाना चाहिए। दोगने ने आगे कहा कि मेरे ख्याल से तो ऐसे मंत्री को पद से हटा देना चाहिए जो खुद अपने परिवार को सरकारी खर्च पर यात्रा करवाएं, ट्रेन तक छोड़ने जाए और फोटो भी खिंचवाए। इन लोगों को जनता के पैसे का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए जैसी कार्रवाई एसपी पर की गई इन पर भी होनी चाहिए।
जानें क्यों मचा बवाल
हरदा प्रशासन की ओर से जो तीर्थ दर्शन योजना चलाई जा रही है उसमें जिले के 300 यात्रियों को भेजा गया था। इसके लिस्ट सामने आई है जिसमें कृषि मंत्री कमल पटेल की सास सरजू बाई और साले नर्मदा प्रसाद पटेल का नाम हितग्राही के तौर पर दर्ज है। सास की अटेंडर मंत्री के साले की पत्नी राधाबाई है। वहीं रामरतन नामक ग्रामीण का अटेंडर मंत्री के साले को बनाया गया है। इनके अलावा मंत्री के पर्सनल सेक्रेटरी कन्हैया कुशवाहा अपने पिता शिवप्रसाद और मां रुक्मणी के साथ सुनीता कुशवाहा और बेटे सागर ने अटेंडर के तौर पर यात्रा की है।
खिरकिया जिला कांग्रेस प्रवक्ता आदित्य भार्गव और ब्लॉक यूथ कांग्रेस अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह राजपूत ने तीर्थ दर्शन योजना के हितग्राहियों में भाजपा से जुड़े संपन्न लोगों के यात्रा में जाने का दावा भी किया है। यह मामला तूल पकड़ चुका है और मंत्री द्वारा अपने परिवार को यात्रा पर भेजे जाने का जमकर विरोध हो रहा है।
क्या बोले मंत्री कमल पटेल
इस मामले पर कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि कांग्रेस पहले यह बताएं कि जब कांग्रेस की सरकार थी तो उन्होंने किसी को यात्रा करवाई थी या नहीं? कांग्रेस ने तो इन योजनाओं को बंद कर दिया था। क्या किसी का रिश्तेदार होना गलत बात है, जो आयकर दाता नहीं है वह इस यात्रा का लाभ ले सकते हैं और मेरे ससुराल वाले इनकम टैक्स पेयर नहीं हैं। प्रशासन ने जिनके आवेदन स्वीकार किए हैं वही लोग यात्रा करने के लिए गए हैं। हम भाजपा कांग्रेस का भेदभाव नहीं करते हैं हमारा उद्देश्य सभी दलों के आम लोगों को यात्रा करवाना है।