Sat, Dec 27, 2025

MP Poster War: NSUI नेता रवि परमार ने किया ट्वीट, लिखा- मप्र के नौजवान युवाओं के दिलों में कांग्रेस

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
MP Poster War: NSUI नेता रवि परमार ने किया ट्वीट, लिखा- मप्र के नौजवान युवाओं के दिलों में कांग्रेस

MP Poster War : मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच पोस्टर वॉर जारी है। इस पोस्टर पॉलिटिक्स से प्रदेश में एनएसयूआई की ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है। NSUI कार्यकर्ताओं के बदौलत पूरे प्रदेशभर में मुख्यमंत्री के खिलाफ पोस्टर्स लगाए गए। ग्राउंड पर सत्ताधारी दल से लोहा लेने के साथ ही सोशल मीडिया प्रेजेंस के मामले में भी एनएसयूआई भाजपा के छात्र संगठन से काफी आगे निकल गई है।

जानिए पूरा मामला

दरअसल, एनएसयूआई नेता रवि परमार ने शुक्रवार को एक ट्वीट कर बताया कि मध्य प्रदेश एनएसयूआई के ट्विटर पर 32, 900 फॉलोअर्स हैं जबकि ABVP के ट्विटर पर सिर्फ 12,900 फॉलोअर्स ही हैं। यानी भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के मुकाबले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के आधे फॉलोअर्स भी नहीं हैं। परमार ने आग लिखा, “MP के छात्र और नौजवानों के दिलों में कांग्रेस। सोशल मीडिया प्रेजेंस के मामले में NSUI से ABVP बहुत पीछे है।

नौजवान युवाओं के दिलों में कांग्रेस- परमार

इस ट्वीट के बाद मामला साफ है कि एनएसयूआई सत्ताधारी दल से जुड़े छात्र संगठन एबीवीपी से काफी आगे है क्योंकि यह संगठन मध्य प्रदेश में छात्र-छात्राओं और युवाओं के मुद्दों को लगातार उठा रहा है। जिसके कारण आज हजारों विद्यार्थियों और नौजवान युवाओं के दिलों में कांग्रेस बसी हुई है।

BJP और AVBP पर साधा निशाना

जिस तरह बीजेपी कुपढों की जमात है उसी तरह एबीवीपी छात्रों का नहीं बल्कि लंपटों की जमात है। एबीवीपी को आप कहीं छात्र हितों के लिए संघर्ष करते नहीं देखेंगे। उनका छात्रों से कोई सरोकार नहीं है। वे संगठन सिर्फ कॉलेज और विश्वविद्यालयों में गुंडागर्दी करने के लिए चला रहे हैं। सरकार इन कुकृत्यों में उन्हें संरक्षण देती है। ऐसे में कोई भी छात्र नौजवान एबीवीपी से न जुड़ना चाहते हैं और न ही ऐसे संगठनों का समर्थन करना चाहते हैं। इसलिए खुद को दुनिया की सबसे बड़ी छात्र संगठन बताने वाली एबीवीपी आज हाशिए पर है। हमें उम्मीद है कि एनएसयूआई से जुड़कर प्रदेश के छात्र और नौजवान कांग्रेस की सरकार बनाने में अपना बहुमूल्य योगदान देंगे- रवि परमार, एनएसयूआई नेता