मध्य प्रदेश आने वाले पर्यटक अब जल्द कर सकेंगे भीलटदेव लोक कॉरिडोर का दीदार, आस्था का केंद्र है मंदिर

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MP Tourism

MP Tourism : मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के नागलवाड़ी में सतपुड़ा पर्वत की हसीन वादियों को निहारने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आते हैं। सतपुड़ा पर्वत पर भिलट देव का भव्य मंदिर मौजूद है। यहां भक्तों की काफी ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है। नागलवाड़ी में सतपुड़ा पर्वत की सुरमई हरी-भरी वादियों में शिखर पर भिलट देव नाग तीर्थ बना हुआ है। वहीं अब इसके साथ है भिलट देव लोक कॉरिडोर का निर्माण जल्द शुरू किया जाने वाला है। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

साक्षात है MP Tourism का भीलटदेव मंदिर

आपको बता दें, सबसे ज्यादा भीड़ इस मंदिर में नाग पंचमी के दिन रहती है। यह मंदिर साक्षात है। यहां दूर-दूर से भक्त नाग देवता के दर्शन करने के लिए आते हैं। इस मंदिर की मान्यता भी काफी ज्यादा है। आप भी ऐसी हसीन मौसम में सतपुड़ा पर्वत को निहारने के साथ-साथ भिलट देव नाग तीर्थ के दर्शन करने के लिए जा सकते हैं।

जानकारी के मुताबिक, कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिखर धाम तलहटी के नीचे मां नर्मदा के पवित्र जल के लिए नागलवाड़ी उद्वन परियोजना का लोकार्पण किया था। इस लोकार्पण के तहत ही मंदिर परिसर के बाहर महाकाल कोरिडोर की तर्ज पर भिलट देव लोक परिसर बनाने की घोषणा भी की गई।

आपको बता दें यह कॉरिडोर भारत के 17वें कॉरिडोर में शुमार होगा। क्योंकि यहां भव्य और दिव्य भीलटदेव लोक कारिडोर बनाया जाएगा। इसकी रुपरेखा बना कर तैयार कर ली गई है। इसके लिए समिति भी गठित कर गई गई है। इसे में अब जल्द ही भीलटदेव के जीवन के कार्यों का व चमत्कारों का सजीव चित्रण करके भव्य और दिव्य विशाल भीलट लोक कारिडोर का निर्माण होगा।

ऐसे बना नवीन मंदिर

गुलाबी पत्थरों से आकर्षक और भव्य विशाल भीलटदेव का मंदिर कुछ साल पहले ही बना कर तैयार किया गया है। ये भक्तों के आकर्षण का केंद्र है। इसमें भक्तों की सुविधा के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। मंदिर में बड़े-बड़े शेड सर्व सुविधा के साथ बनाए हैं। ये मंदिर 800 साल पुराना है।

पहले इस मंदिर में दर्शन करने आने वाले भक्तों को कठिन चढ़ाई चढ़नी पड़ती थी। लेकिन बाद में पक्के रोड का निर्माण करवा दिया गया जिसके बाद अब भक्तों को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता है। बाबा भीलट देव के अनेकों चमत्कार तपोभूमि शिखर धाम से प्रचलित होकर जन कल्याण के कार्यों का प्रमाण मिलता है। यह लाखों लोगों की आस्था का केंद्र है।


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Ayushi Jain

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