MP Tourism : 100 साल पुराना है एमपी का ये पैलेस, सिर्फ 5 रूपये में पूरा दिन रुकने का इंतजाम

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MP Tourism : मध्यप्रदेश को भारत का दिल कहा जाता है। जहां एक से बढ़कर एक चमत्कारी धार्मिक, रहस्यमयी ऐतिहासिक धरोहरें और प्रकृति से भरपूर जगहें मौजूद हैं। जहां हर साल हजारों ही नहीं लाखों लोग घूमने के लिए और एमपी का दीदार करने के लिए आते हैं। ऐसे में आज हम आपको एमपी का प्राचीन और प्रसिद्ध महल के बारे में बताने जा रहे हैं जो 100 साल पुराना है।

इस महल को महज 2 लाख रूपये में बनाया गया था। आज भी इस महल में 5 रूपये में रुकने का इंतजाम है। अगर आप भी मध्यप्रदेश घूमने के लिए आ रहे है या फिर आए हुए है तो एक बार जरूर इस महल का दीदार करने जाए। ये जगह बेहद ही आकर्षित होने के साथ-साथ अनोखी भी है।

MP Tourism : सिर्फ 5 रूपये में रुके 24 घंटे 

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इस जगह पर आज भी सिर्फ गरीब ही नहीं हर वर्ग के लोग आकर रुकते हैं। इस धर्मशाला को खंडवा की बेटी और संस्कारधानी जबलपुर के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी व साहित्यकार सेठ गोविंद दास की मां पार्वती बाई ने बनवाया था। पार्वती बाई ने कन्यादान की रस्म में चांदी के सिक्कों के रूप में मिले स्त्री धन से इस महल का निर्माण करवाया गया था। इस पैलेस का नाम पार्वती महल है।

जैसा की आप सभी जानते है आजकल कही भी या किसिस भी धर्मशाला में रुकने के लिए हजारों रूपये पर्यटकों को देना पड़ते हैं। लेकिन ये एक ऐसा पैलेस है जहां रुकने के लिए सिर्फ 5 रूपये ही देना पड़ते हैं। उसके बाद आप यहां 24 घंटे रुक सकते हैं। खंडवा में इस जगह को ‘आम इंसानों का पैलेस’ के नाम से जाना जाता है। यहां आपको मात्र 5 रूपये में हर सुविधा मिल जाती है।

करीब एक सदी से यहां साधु-संत, स्त्री पुरुष, अमीर-गरीब, मजदूर, नौकरीपेशा, व्यापारी, खिलाड़ी, संस्कृति कर्मी हर वर्ग के लोग यहां आकर रुकते हैं। ये जगह लड़कियों और महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा सुरक्षित है। आपको पूरा पैलेस भी घूमने का मौका मिल जाता है। यहां हरे भरे बाग़ है। साथ ही हरियाली के बीच यहां ठहरना आपको सुकून पहुंचाएगा।

वैसे कहने को तो यह सेठानी पार्वती बाई धर्मशाला है। लेकिन धर्मशाला के नाम से किसी भी वर्ग के लोगों में हीन भावना या संकोच न हो, इसलिए यह स्थान पार्वती पैलेस के नाम से प्रसिद्ध है। ये जगह खंडवा रेलवे स्टेशन के ठीक सामने मौजूद है। एक ट्रस्ट इस महल का सञ्चालन करता हैं। इसके चेयरमैन खंडवा कलेक्टर हैं।

खास बात ये है कि अगर यहां रुकने आए लोगों के पास अगर खाना बनाने का सामान है तो वह यहां पर खाना भी बना सकते हैं। वैसे आपको बता दे, 72 कमरों और 5 बड़े हॉल वाले इस पैलेस में निम्न, मध्यम, उच्च आय वर्ग के लिए 60 रुपए से लेकर 400 रुपए तक के कमरे हैं। यहां आपको कई तरह की सुविधाएं मिल जाती है।

 


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Ayushi Jain

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