MP Tourism: चमत्कारी है हनुमान जी का 300 साल पुराना ये मंदिर, यहां से गुजरने वाली हर ट्रेन की रफ्तार पड़ जाती है धीमी

मध्य प्रदेश में कई ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल मौजूद हैं, जहां घूमने के लिए कई सारे पर्यटक पहुंचते हैं। अगर आप भी एमपी टूरिज्म (MP Tourism) का प्लान बना रहे हैं तो आज हम आपको एक चमत्कारिक मंदिर के बारे में जानकारी देते हैं।

MP Tourism Hindi: हिंदुस्तान का दिल कहे जाने वाले मध्य प्रदेश में घूमने फिरने की दृष्टि से कई सारे स्थान मौजूद है। यहां आपको ऐतिहासिक स्थानों के साथ धार्मिक तीर्थ स्थलों का दीदार करने का मौका भी मिलेगा। उज्जैन, इंदौर, भोपाल मध्य प्रदेश के कुछ प्रसिद्ध शहर है जिनके आसपास मौजूद जगह पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है।

धार्मिक स्थानों के लिए मशहूर मध्य प्रदेश के शाजापुर में हनुमान जी का एक चमत्कारी मंदिर मौजूद है। बोलाई हनुमान के नाम से पहचाने जाने वाला यह तीर्थ स्थल धार्मिक आस्था का केंद्र है और अपनी मनोकामना लेकर दूर-दूर से लोग यहां पर पहुंचते हैं। इस मंदिर से कई सारी मान्यताएं और कथाएं जुड़ी हुई है आज हम आपको उसी के बारे में जानकारी देते हैं।

MP Tourism में जाएं बोलाई हनुमान

कई लोगों की आस्था के केंद्र इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इसके सामने से जो भी ट्रेन गुजरती है उसकी स्पीड अपने आप कम हो जाती है। ट्रेन का ड्राइवर अगर मंदिर को नजरअंदाज करता है तो रफ्तार खुद-ब-खुद धीमी पड़ जाती है। शनिवार और मंगलवार के दिन यहां पर आस्था का सैलाब उमड़ता है और दूर-दूर से लोग दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं।

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ये देश का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां पर हनुमान जी की प्रतिमा श्री गणेश के साथ स्थापित है। स्थानीय लोगों के मुताबिक कुछ समय पहले यहां पर दो माल गाड़ियां आपस में टकरा गई थी और बाद में दोनों गाड़ियों के लोको पायलट ने इस बारे में जानकारी दी कि यहां पहुंचने से कुछ समय पहले ही उन्हें अनहोनी होने का एहसास हो गया था।

 

300 साल पुराना है मंदिर

300 साल पहले देवी सिंह नामक व्यक्ति ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था। 1959 में कमल नारायण त्यागी ने अपने व्यस्त जीवन को त्याग दिया और इस जगह को अपनी तपोभूमि बनाया।

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बताया जाता है कि 24 वर्षों तक कड़ी तपस्या करने के बाद उन्होंने सिद्धियां हासिल कर ली थी। इन सभी बातों के चलते दूर-दूर से लोग यहां पर दर्शन करने के लिए आते हैं और मनोकामना मांगते हैं। मनोकामना पूरी होने के बाद लोग पुनः मंदिर पहुंचते हैं और हनुमान जी के चरणों में माथा टेकते हैं।

आस्था का केंद्र है मंदिर

ये मंदिर शाजापुर से 30 किलोमीटर दूर रतलाम भोपाल ट्रैक पर रेलवे स्टेशन से थोड़ी दूरी पर पड़ता है। लोग इसे खेड़ापति हनुमान मंदिर के नाम से भी जानते हैं। भक्तों का कहना है कि यह स्थान बहुत शुभ है और यहां आने वाले हर व्यक्ति की मुराद पूरी होती है।