MP Weather Update Today : मध्य प्रदेश के मौसम में बदलाव का दौर जारी है। आने वाले दिनों में तापमान में बड़ी गिरावट होगी, जिससे कोहरे और ठंड का असर तेज होगा। खास करके उत्तर से आ रही बर्फीली हवाओं से अगले 2-3 दिनों में कोल्डवेव और कोल्ड डे की स्थिति बनने का अनुमान है।शीतलहर से सबसे ज्यादा उज्जैन, ग्वालियर और चंबल जैसे इलाके प्रभावित रहेंगे।
एमपी मौसम विभाग ने मंगलवार को प्रदेश की सभी जिलों का मौसम शुष्क बना रहेगा। उज्जैन-रतलाम में कोल्ड-डे और शाजापुर, नीमच, मंदसौर में शीतलहर की संभावना जताई गई है। भोपाल, इंदौर-जबलपुर में भी कड़ाके की सर्दी का देखने को मिलेगी। आने वाले दिनों में तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आ सकती है।
नए साल में छाएगा कोहरा
- 1 जनवरी 2025 की शुरुआत तेज ठंड और कोल्ड वेव के साथ होगी। नए साल पर मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, शहडोल, कटनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर जिलों में घने कोहरे की संभावना जताई है।
- प्रदेश के ग्वालियर संभाग के साथ-साथ उज्जैन में सबसे ज्यादा ठंड पड़ने और कोहरे की चेतावनी जारी की गई है। वहीं जबलपुर, नर्मदापुरम, रीवा, शहडोल, और सागर में भी कोहरा छाया रहेगा।अनुमान है कि जनवरी में 20 से 22 दिन तक शीतलहर और कोल्ड डे का असर देखने को मिल सकता है।
पिछले 24 घंटे का मौसम का हाल
- प्रदेश के दमोह, जबलपुर, छतरपुर, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी, बालाघाट, भिंड, मुरैना, ग्वालियर, श्योपुरकलां, दतिया, पन्ना, कटनी, धार और बडवानी जैसे जिलों में हल्के से मध्यम कोहरा देखने को मिला।
- सोमवार को अधिकतर शहरों में दिन का तापमान 25 डिग्री से नीचे रहा। सबसे ठंडा टीकमगढ़ रहा, जहां पारा 18 डिग्री दर्ज किया गया।
- सोमवार को राजगढ़ में सबसे कम न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री सेल्सियस , टीकमगढ़ में 8.8 नौगांव में 8.01 गुना में 7.2 पचमढ़ी में 9.3 भोपाल में 10.4 ग्वालियर में 11.1 इंदौर में 13.02 रतलाम में 8.4 उज्जैन में 11.5 जबलपुर में 13.5 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ।
- टीकमगढ़ जिले में अधिकतम तापमान गिरकर 18 डिग्री सेल्सियस ,भोपाल में 22.6 ग्वालियर में 19 इंदौर में 27.3 उज्जैन में 25.02 रायसेन में 19 जबलपुर में 21 नौगांव में 18.5 रीवा में 19 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज हुआ।
- सागर नौगांव जबलपुर दमोह और ग्वालियर में भी कोहरा छाया रहा। बालाघाट और टीकमगढ़ में दृश्यता घटकर 200 से 500 मीटर के बीच रही।