इंदौर, आकाश धोलपुरे
मध्यप्रदेश सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले इंदौर नगर पालिक निगम में सफाईकर्मियों से लेकर अधिकारियों तक को इस माह वेतन नहीं मिलने की जानकारी सामने आ रही है। इतना ही नहीं निगम के उन बुजुर्ग पेंशनधारियों और विधवा पेंशनधारियों के भी ये ही हाल है। इसके पीछे की वजह जब हमने जाननी चाही तो इंदौर निगम कामगार संघ की महिला विंग की अध्यक्ष साधना करोसिया ने बताया कि निगम कर्मचारियों से कोरोना काल मे जमकर काम लिया जा रहा है और निगमा के बड़े अधिकारी तक हर कर्मचारी की मॉनिटरिंग कर रहे है, लेकिन वेतन में लेटलतीफी अब निगम चलन बन चुका है और बीते माह भी कुछ इसी तरह से लेटलतीफी हुई थी। न तो सफाईकर्मी, न तो मस्टरकर्मियो और ना ही दैनिक वेतनभोगियों को इस माह का वेतन अब तक नही मिला है।
इस मामले की असल वजह जब हमने जानी तो सामने आया कि निगमा के वेतन का डिजिटलीकरण हो रहा है और निगम के लेखा विभाग के सूत्रों ने बताया कि ई – पालिका की व्यवस्था के तहत वेतन के मामले भी शामिल किए गए है, जिसके चलते अभी व्यवस्था बन रही है और बुधवार शाम या गुरुवार को वेतन जारी हो सकता है । ई – पालिका की आधुनिक व्यवस्था के बाद राजधानी भोपाल के हाथ मे है जिसके चलते इस माह भी लेटलतीफी हुई है ये जानकारी भी सामने आ रही है। कोरोना के आर्थिक तंगी वाले हालात के बाद निगमकर्मचारियो को वेतन की लेटलतीफी नही भा रही है।