नरोत्तम मिश्रा का बड़ा बयान, IT एक्ट के तहत हर विभाग में होगा एक एक नोडल अधिकारी

Atul Saxena
Published on -
narottam

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (Dr Narottam Mishra) ने स्पष्ट किया कि IT एक्ट में अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी शिकंजा कसा जाएगा। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले और समाज में भ्रम फ़ैलाने वालों के लिए लाये गए IT एक्ट को मध्यप्रदेश सरकार और कड़ा बना रही है. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आपत्तिजनक पोस्ट पाए जाने पर उस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कार्रवाई होगी ना की व्यक्ति पर। उन्होंने कहा कि इसके लिए हर विभाग में एक एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति होगी।

गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल में पत्रकारों से बात करते हुए कहा है कि कांग्रेस का तो काम ही है भ्रम फैलाना।  उन्होंने कहा कि ये जो IT एक्ट आया है  ये उन लोगों के लिए है जो भ्रम फैलाते हैं, जोजो आतंक की गतिविधियाँ फैलाते हैं, जो सनसनी फैलाकर ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं, अवैधानिक काम जो करते हैं ।

ये भी पढ़ें – MP School: RTE एडमिशन के लिए मंत्री इंदर सिंह परमार ने खोली लॉटरी, 28 हजार बच्चों के फॉर्म रिजेक्ट

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा  ने कहा कि इसमें भी कार्रवाई उस प्लेटफॉर्म पर की जाएगी जहाँ पोस्ट डाली गई है व्यक्ति पर नहीं करेंगे।  नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि यदि फेसबुक या ट्विटर पर किसी ने आपत्तिजनक, विवादास्पद, सम्प्रदायिकता फ़ैलाने वाली पोस्ट की तो उसे उस प्लेटफॉर्म को देखना होगा।

ये भी पढ़ें – PM Kisan Scheme: किसानों के लिए राहत भरी खबर, 6000 की जगह मिलेंगे साल के 36 हजार रुपए

गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने इसके लिए अलग अलग विभागों में सेल बनाई हैं जैसे आतंकी गतिविधियों से सम्बंधित कोई बात आई या हिंसक वारदात से सम्बंधित कोई बात आई तो पुलिस मुख्यालय का एक नोडल अधिकारी होगा जी गृह विभाग को सूचित करेग ऑफर गृह विभाग उसपर एक्शन लेगा।  ऐसे ही महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभाग में नोडल अधिकारी होगा जो इसपर नजर रखेंगे।

ये भी पढ़ें – नगर निगम का सफाई दरोगा 5000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, लोकायुक्त की कार्रवाई


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News