Wildlife Sanctuary : वन्यजीवों को देखने के लिए सबसे ज्यादा पर्यटक नेशनल पार्क और वाइल्ड लाइफ सेंचुरी की सैर पर जाते हैं। लेकिन अब धीरे-धीरे वन्यजीवों की संख्या कम होती जा रही है क्योंकि जंगल में पेड़ों की कटाई कर जंगल इलाके को कम किया जा रहा है। इस वजह से वन्यजीवों का रहना मुश्किल हो जाता है लेकिन उन्हें बचाने के लिए नेशनल पार्क और वाइल्ड लाइफ सेंचुरी बेहद जरुरी हैं। यहां वनजीवों का अच्छे से ख्याल रखा जाता हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं इन दोनों में क्या अंतर है। अगर नहीं जानते हैं तो चलिए जानिए इसका इन दोनों में अंतर क्या है –
भारत में है कुल इतने National Park और Wildlife Sanctuary –
वैसे आपको बता दे, अभी भारत में 567 वाइल्ड लाइफ सेंचुरी और कुल 106 नेशनल पार्क मौजूद हैं। यहां सबसे ज्यादा पर्यटकों की भीड़ अक्सर रहती हैं। वाइल्ड लाइफ को एन्जॉय करने वाले पर्यटक यहां जाना सबसे ज्यादा पसंद करते हैं।
जाने दोनों में अंतर –
वाइल्ड लाइफ सेंचुरी –
वाइल्ड लाइफ सेंचुरी जंगली इलाका होता है। यहां वनजीवों को उनके हिसाब से रहने के लिए जगह देने के साथ सुरक्षा भी दी जाती है। ताकि किसी भी वन्यजीव को कोई परेशानी का सामना ना करना पड़े और वो बेहतर प्राकृतिक माहौल में जीवन व्यतीत कर सके।
साथ ही यहां आने वाले पर्यटकों का भी सुरक्षा के लिहाजे से ध्यान रखा जाता है। उनकी सुरक्षा के लिए वन विभाग की ओर से वन रक्षकों को तैनात किया जाता है। ये इसलिए क्योंकि ना तो कोई वनजीवों का शिकार कर सकेगा और ना ही किसी वन्यजीव की वजह से पर्यटकों को नुकसान हो।
लेकिन यहां लोगों को कुछ शर्तों पर ही प्रवेश दिया जाता हैं। वाइल्ड लाइफ सेंचुरी सरकार या निजी एजेंसी के स्वामित्व वाला एक प्राकृतिक आवास होता है। यहां आपको कई तरह के जानवरों, पक्षियों, कीड़ों, सरीसृपों को देखने का मौका मिलता है।
नेशनल पार्क –
राष्ट्रीय पार्क में भी वन्यजीवों को रखा जाता है। ये वाइल्ड लाइफ सेंचुरी से अलग है। यहां पूरे पारिस्थितिकी तंत्र को सुरक्षित रखने का प्रयास किया जाता हैं। साथ ही वन्यजीवों के साथ जैव विविधता का भी संरक्षण यहां होता है।
इसमें ही क्षेत्र के जीव-जंतु, वनस्पति और भूमि शामिल रहती है। यहां लोगों को आसानी से प्रवेश दे दिया जाता हैं। इसके लिए कोई शर्त नहीं होती है। क्योंकि यहां वनकर्मी भी मौजूद रहते हैं और सभी जीव अपने अपने घरों में रहते हैं।
इस वजह से किसी को कोई भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता हैं। नेशनल पार्क संरक्षित क्षेत्र है, जो सरकार द्वारा वन्यजीवों और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए स्थापित किया जाता है। यहां आपको सिर्फ चुनिंदा वनस्पतियों, पक्षियों को देखने का मौका मिलता है।