नीमच जिला हमेशा ही किसी न किसी वजह से सुर्खियों में बना रहता है। कभी यहां से तस्करी के मामले सामने आते हैं, तो कभी अवैध खनन की खबर सामने आती है। कभी चोरी-डकैती से लोगों के बीच डर देखने को मिलती है। पुलिस द्वारा लगातार कार्रवाई भी की जाती है। इसी बीच जिले के कई इलाकों में नदियों से रेत का अवैध उत्खनन लंबे समय से एक गंभीर समस्या बनी हुई है। सख्ती के बावजूद खनन माफिया अपनी गतिविधियां जारी रखते हैं, लेकिन इस बार प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए ऐसा एक्शन लिया है, जिससे अवैध खनन करने वालों में हड़कंप मच गया है।
खानखेड़ी और कुंडला क्षेत्र में SDM किरण आंजना के नेतृत्व में मंगलवार सुबह प्रशासन की टीम ने संयुक्त अभियान चलाया। इस दौरान जैसे ही टीम मौके पर पहुंची, खनन माफियाओं में अफरा-तफरी मच गई। कई मजदूर और नाव संचालक मशीनें छोड़कर मौके से भाग निकले।
माफियाओं में हड़कंप
कार्रवाई के दौरान नदी में अवैध खनन के लिए उपयोग में लाई जा रही 3 बड़ी फाइटर मशीनें और 2 छोटी नावें प्रशासन ने मौके पर ही डुबा दीं। इसके अलावा, टीम ने रेत के कई ढेर और खनन के पुख्ता सबूत भी जब्त किए। इस पूरी कार्रवाई में पुलिस, खनिज विभाग और राजस्व अमले के अधिकारी शामिल थे।
आगे होगी और भी कार्रवाई
एसडीएम किरण आंजना ने कहा कि जिले में अवैध खनन को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि लगातार निगरानी रखी जा रही है। आने वाले दिनों में ऐसे कई और अभियान चलाए जाएंगे। जो भी व्यक्ति या समूह अवैध खनन में शामिल पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सबसे सख्त कार्रवाई
प्रशासन की इस कार्रवाई से इलाके में खनन माफियाओं में खौफ का माहौल है। वहीं, स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि अगर ऐसी कार्रवाई लगातार होती रही तो अवैध कारोबार पर भी रोक लगेगी। इस अभियान को जिले में अब तक की सबसे सख्त कार्रवाई माना जा रहा है। प्रशासन अब खनन स्थलों पर ड्रोन से निगरानी बढ़ाने और स्थायी चौकियां स्थापित करने की योजना भी बना रहा है, ताकि भविष्य में कोई फिर से अवैध खनन करने की हिम्मत न जुटा सके।
नीमच, कमलेश सारडा





