Neemuch News : केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो, नई दिल्ली और मध्य प्रदेश की एक संयुक्त निवारक टीम को बड़ी सफलता मिली है। दरअसल, नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ सरकार और प्रशासन द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में पश्चिम राजस्थान में चल रहे अवैध ड्रग कार्टेल के खिलाफ भी तलाशी अभियान चलाया गया और मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस दौरान एनडीपीएस दवाओं बरामद की गई है। साथ ही, आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम, 1985 के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बरामद की गई दवाईयां
दवाईयां | संख्या |
ट्रामाडोल | 4,87,700 कैप और टैब |
नाइट्राज़ेपम | 2,63,340 टैबलेट |
बुप्रेनॉर्फिन | 8,857 टैबलेट |
ट्रामाडोल (ढीला) | 575 ग्राम |
अफीम से भरे कैप्सूल | 1,470 ग्राम (49 बोतलें) |
अफीम की गोलियां | 795 ग्राम (159 बोतलें) |
लॉराज़ेपम | 380 गोलियाँ |
फीनोबार्बिटोन | 570 टैबलेट |
अल्प्राजोलम | 743 टैबलेट |
क्लोनाज़ेपम | 1,631 टैबलेट |
क्लोबज़म | 270 टैबलेट |
क्लोर्डियाज़ेपॉक्साइड | 170 गोलियाँ |
ज़ोलपिडेम | 165 टैबलेट |
टीअपेंटाडॉल | 1,100 गोलियाँ |
मिफेप्रिस्टोन और मिसोप्रोस्टोल | 370 टैबलेट |
मामले की मुख्य विशेषता
- यह पहली बार है कि केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो ने स्थानीय बाजार में अवैध गो-डाउन और खुदरा मेडिकल स्टोर से बुप्रेनॉर्फिन की गोलियां जब्त की हैं, जबकि ये दवाएं केवल अनुमोदित नशामुक्ति केंद्रों और अस्पतालों में ही वितरित की जानी हैं।
- ट्रामाडॉल की गोलियां, बुप्रेनॉर्फिन की गोलियां और अवैध अफीम की गोलियां और खुले रूप में कैप्सूल जब्त किए गए।
- अवैध अफीम से भरे कैप्सूल भी बरामद कर जब्त किए गए, उक्त कैप्सूल नो टेंशन ब्रांड नाम से बेचे जा रहे थे।
नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट