Neemuch News : नीमच के ग्राम जाट की शासन द्वारा शुरु की गई श्रीराम गौशाला के हालात अब धीरे धीरे सुधरने लगे है। बता दें कि जावद अनुविभागीय अधिकारी शिवानी गर्ग के निर्देश पर पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर गुलाम सुब्बानी खान पूरी टीम के साथ गौशाला पहुंचे, जहां उन्होंने बीमार गोवंश का इलाज किया। साथ ही, आवश्यक दवाइयों का किट भी गौशाला में पहुंचाया गया। दरअसल, SDM के निर्देश पर चारा गृह की साफ-सफाई भी करवाई गई और चारा, भूसा व पौषण आहार को व्यवस्थित रखवाया गया।
बंद पंखों को करवाया चालू
वहीं, सभी बंद पंखों को चालू करवाया गया जबकि गायों के छोटे बछडों के रहने के लिए अलग कमरा बनाने हेतु निर्माण मटेरियल भी डाला गया।साथ ही, गायों के पीने के पानी के लिए बनाई गई खैर की भी साफ-सफाई कर उसमें साफ पानी भरवाया गया। गौशाला में गोवंश की सुरक्षा एवं देखभाल की उचित व्यवस्था की गई।
जिम्मेदारों ने नहीं दिया ध्यान
बता दें कि लाखों रुपए खर्च कर मध्य प्रदेश सरकार ने हर विधानसभा क्षेत्र में तीन-चार पंचायतों के बीच एक गौशाला खोलने की योजना बनाई थी।जिसके माध्यम से बैसहारा गोवंश की रक्षा एवं व्यवस्थित देखरेख व खानपान का उचित प्रबंध व व्यवस्था की जा सके लेकिन गौशाला की व्यवस्थाओं के लिए नियुक्त स्व सहायता समुह की समिति के कर्ताधर्ताओं की लापरवाही के कारण ग्राम जाट की श्रीराम गौशाला की हालत बद से बदतर हो गई थी। बीमारी व अव्यवस्थाओं के चलते लगातार गोवंश की मौते हो रही थी। जिसपर जिम्मेदारों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा था।
युवा समाज सेवीयों ने मामले से कराया अवगत
जिसके बाद ग्राम के युवा समाज सेवीयों व गोभक्त बबलू रैगर, सत्यनारायण सुथार, मुरली बैरागी, छितरमल गुर्जर, पिंटू गुर्जर, राधेश्याम धाकड़, सुरेश ब्रह्मभट्ट आदि गौशाला पहुंचे और वहां हो रही अव्यवस्थाओं और गौवंश की दूर्दशा सम्बन्धी जानकारी जिले के वरिष्ठ अधिकारीयों को दी। वहीं, सभी समाचार पत्रों में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद मामले में संज्ञान लिया गया।
नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट