जिले में करोड़ों की अवैध तरीके से जमीन खरोद-फरोख्त के मामले सामन आ रहे है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें शहर के कुछ लोगों ने धोखेबाजी से जमीन अपने नाम करा ली। मामले में मुख्यमंत्री कमलनाथ से लेकर आला अधिकारियों तक शिकायत हुई लेकिन पिछले 6 साल से कार्रवाई के लिए 3 सगी बहनें इंसाफ मांग रही है।
-राजस्व रिकार्ड में हेराफेरी का आरोप
जानकारी के अनुसार बांगरेड़ा तहसील निंबाहेड़ा जिला चित्तोड़गढ़ निवासी बबीता पति रामसिंह नायक, धरियावद जिला प्रतापगढ़ राजस्थान निवासी संतोषबाई पति सुरेश नायक व बसंतीबाई पति मुकेश नायक ने 11 पफरवरी को जनसुनवाई में कलेक्टर को आवेदन दिया। आवेदन में तीनों बहनों ने बताया कि कनावटी में स्थित सर्वे नंबर 2 रकबा 1.411 हेक्टर है। पिता की मौत के समय नाबालिग थी। उक्त जमीन माता शान्तिबाई के खाते के जरिये नामांतण संख्यां 20अ ध् 6ध् 86-87 दिनांक 29.09.1987 को नामांतरण स्वीकार कर राजस्व रिकार्ड में दर्ज किया गया। इस जमीन का नामांतरण होने के बाद तीनों बहनों का नाम भी माता शातिबाई नायक के साथ राजस्व रिकार्ड में 1-4 दर्ज किया गया। माॅ की मौत के वक्त तीनों बहन नाबालिग थी।
-इन्होंने की धोखाडी
निंबाहेड़ा निवासी जुझारसिंह राठौड़ व नंदराम पिता प्यारा नायक ने कूटरचना करके रजिस्ट्री में गवाह बनकर डा. जगदीश पिता रामदयाल वर्मा, डा. राजेंद्र जैन पिता वरदीचंद जैन, डाॅ.सुशीला पति श्रीपाल मेहता, वीरेंद्रसिंह पिता तेजमल धाकड़ सभी निवासी नीमच और देउबाई पति रामा नायक निवासी कनावटी, रेष्मदेवी पति अखेसिंह जैन, आशीष व मनीष पिता अखेसिंह ने तीनों नाबालिग बहनों का लाभ उठाकर राजस्व अधिकारियों से मिलकर धोखाधड़ी की।
-पुलिस में शिकायत दर्ज कराई
मामले में उक्त लोगों के खिलापफ केंट थाना में कई बार शिकायत की लेकिन अभी तक धोखाधड़ी करके जमीन हथियानें वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। इसके अलावा पफर्जी तरीके से जमीन हथियाने वालों ने एक बाद राजीनामे के नाम पर 8-10 कोरे स्टाॅप पेपर पर भी अंगूठे लगवा दिए। जमीन पर कब्जा करने वाले लोगों ने 4 बीघा जमीन की रजिस्ट्री तीनों बहनों के नाम करने की बात भी कही थी लेकिन रसूख के दम पर कुछ नहीं किया।