स्वतंत्रता दिवस पर सरपंच और सचिव की लापरवाही के चलते कीचड़ में से विद्यार्थियों ने निकाली प्रभात फेरी, ग्रामीणों का फूटा गुस्सा

इस मामले में मामला जनपद सीईओ जावद तक पहुंचा है उन्होंने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करते हुए दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है।

Amit Sengar
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Neemuch News : मध्य प्रदेश के नीमच जिले की जावद विधानसभा के अंतर्गत आने वाले जाट ग्राम पंचायत में स्वतंत्रता दिवस पर्व पर मासूम नौनिहालों को सरपंच और सचिव की लापरवाही के चलते कीचड़ से होकर गुजरना पड़ा। जाट ग्राम पंचायत के विकास के दावों की पोल खोलती तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। और जिम्मेदार सिर्फ जेसीबी चालक की गलती के कारण होना बता रहे हैं। हालांकि जैसे ही ग्रामीणों ने सरपंच का घेराव किया तो बाद में जेसीबी बुलाकर मिट्टी को हटाया गया।

क्या है पूरा मामला

दरअसल ग्राम पंचायत जाट के बस स्टैंड से लगाकर सदर बाजार से बड़ा मंदिर तक मुख्य मार्ग में गड्ढे हैं जिसके चलते जिम्मेदारों ने पहले तो ग्रामीणों की समस्या की ओर सुध नहीं ली लेकिन 15 अगस्त के 1 दिन पहले ही आनंद फानन में मुख्य बाजारों में लाल मिट्टी डलवा दी गई। जिसके चलते सुबह जैसे ही स्कूली छात्र-छात्रा अपने हाथों में झंडा लेकर प्रभात फेरी के लिए निकले तो सदर बाजार में उन्हें कीचड़ में से होकर गुजरना पड़ा और बच्चों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा। इसके बाद ग्रामीणों का आक्रोश ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों के प्रति फूट पड़ा और उन्होंने सरपंच का घेराव करते हुए खरी खोटी सुनाई। इसके बाद में ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों ने मौके पर जेसीबी बुलाकर लाल मिट्टी को हटाया गया।

लेकिन अब सवाल यह खड़ा होता है कि ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों ने आखिर स्वतंत्रता दिवस के 1 दिन पहले ही समस्या की तरफ क्यों ध्यान नहीं दिया, उससे पहले ध्यान देते तो शायद समस्या का सही समाधान होता और स्कूली बच्चों को प्रभात फेरी में परेशानी नहीं होती। खैर देखना यह है कि इस मामले में मामला जनपद सीईओ जावद तक पहुंचा है उन्होंने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करते हुए दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है।

नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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