Neemuch News : नीमच जिले के जावद नगर में आज यानी 22 जनवरी को साधु साध्वियों की उपस्थिति में दीक्षा समारोह का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें देश भर के हजारों लोग साक्षी बनेंगे। बता दें कि सांसारिक मोहमाया त्यागकर संयक पथ पर चलने वाले 10 दीक्षार्थियों का मंडी प्रांगण से वरघोड़ा निकाला जोकि वरगोडा नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए पूरे शहर भर में निकाला। जिसमें पूरे भारतवर्ष के अलग-अलग जगह से 10 दीक्षार्थी शामिल हुए। इसके बाद केसर छटाई का कार्यक्रम किया गया। यह दिन जैन समाज के लिए ऐतिहासिक रहा।
पहली बार हो रहा धार्मिक समागम
बता दें कि इससे पहले आचार्य रामेश के सानिध्य में प्रार्थना, प्रवचन, ज्ञान चर्चा, मांगलिक, प्रतिक्रमण पौषद संवर जैसी आध्यात्मिक गतिविधियों के कारण जावद नगर तीर्थ बन गया है। जिले में चातुर्मास में एक साथ 5 दीक्षांत घोषित की गई थी जो बढ़ते-बढ़ते 10 दीक्षाएं हो गई हैं। गुरूवर के नेश्राय में एक साथ 10 दीक्षाओं का यह ऐतिहासिक व पहला बड़ा प्रसंग है। पहली बार ऐसा बड़ा धार्मिक समागम होने जा रहा है। जिसके लिए सभी बहुत खुश नजर आ रहे हैं।
विदेशों में भी हो चुका है संघ का विस्तार
भगवान महावीर स्थानकवासी परम्परा में आचार्य हुकमीचन्द की सम्प्रदाय अनूठी है। यह सम्प्रदाय व इसके वर्तमान आचार्य श्रीरामेश की साधु संतों की क्रिया, धर्म, आराधना, आगमन, सम्मान व कठोर होने से पृथक पहचान बनी हुई है जोकि साधु जीवन शैली में उदारता का समर्थक नहीं है। साधुमार्ग जैन संघ बीकानेर राष्ट्रीय स्तर पर इस सम्प्रदाय की व्यवस्था व प्रबंधन को शासित करता है। वर्तमान आचार्य श्री रामेश ने देशभर में हजारों किमी पैदल चलकर संघ ने बड़ी उपलब्धियां हांसिल की है। साधुमार्ग जैन संघ का विस्तार देश के बाहर विदेशों में भी हो चुका है।
नीमच, कमलेश सारडा