Lokayukta Action : लोकायुक्त पुलिस मप्र ने आज एक बार फिर भ्रष्ट शासकीय सेवक को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है, गिरफ्तार शासकीय सेवक नीमच जिले के मनासा तहसीलदार का रीडर है, उसे एक शिकायत के आधार पर वहां पहुंची उज्जैन लोकायुक्त पुलिस की टीम ने ट्रेप किया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है।
इंदौर के एक वकील ने की उज्जैन लोकायुत में शिकायत
ट्रेप दल में शामिल टी आई दीपक शेजवार ने बताया कि इंदौर के रहने वाले आवेदक एडवोकेट बलराम बैरागी कई बैंक की तरफ से मकान कुर्की का कार्य करवाते हैं, इसके लिए वे बैंक की तरफ से अधिकृत हैं, उन्होंने अपने आवेदन में कहा कि मनासा तहसील में पदस्थ कुर्की आमीन बाबू (तहसीलदार का रीडर) विवेक चौहान उनसे रिश्वत की मांग कर रहा है।
मनासा तहसीलदार के रीडर ने मांगी रिश्वत
शिकायती आवेदन में बलराम बैरागी ने कहा कि उनके द्वारा तहसील कार्यालय मनासा में कुछ मकान धारी के द्वारा बैंक की लोन नहीं भरने पर तीन मकान के बैंक के एवं तहसील कार्यालय के कार्रवाई के दौरान कुर्की आदेश एवं कब्जा दिलाने के लिए आवेदन दिया गया जिसके एवज में तथा पंचनामा देने के एवज में विवेक चौहान द्वारा 18000/- रुपए की डिमांड की गई थी, लेकिन 15000/- रुपए देने में सहमति बनी इसमें से 3000/- रुपये विवेक ने पहले ही ले लिए थे बाकी 12000 रुपये और देने थे।
पुष्टि के बाद लोकायुक्त ने बने ट्रेप की प्लानिंग
शिकायत के बाद लोकायुक्त पुलिस ने आवेदक को टेप रिकॉर्डर दिया और रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि हो जाने पर आज ट्रेप की प्लानिंग की, लोकायुक्त उज्जैन डीएसपी राजेश पाठक की 12 सदस्यीय टीम ने तय समय पर आवेदक बलराम बैरागी को रिश्वत की राशि 12000/- रुपयेलेकर आरोपी विवेक चौहान के पास भेजा और टीम नीमच तहसील कार्यालय के बाहर छिप गई।
आरोपी रीडर को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया
आवेदक बलराम बैरागी ने रिश्वत की राशि 12000/- रुपये आरोपी विवेक चौहान को दी और टीम को इशारा कर दिया, इशारा मिलते ही पूरी टीम ने तहसील कार्यालय में छापा मारकर आरोपी रीडर (कुर्की आमीन बाबू) विवेक चौहान रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया, आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है।
नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट