नीमच, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश के नीमच में भी लगातार पिछले कुछ दिनों से तनाव की स्थिति बनी हुई है, आलम यह है कि खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को सुबह 6 बजे नीमच के अधिकारियों से स्थिति का जायजा लिया और निर्देश दिए, दरअसल खरगोन दंगों और सिवनी में मॉब लिन्चिंग घटना के बाद अब सरकार कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहती है, यही वजह है की नीमच में सोमवार शाम से बनी तनाव की स्थिति से निपटने मुख्यमंत्री ने सुबह-सवेरे अधिकारियों को निर्देश दिए है, नीमच में पुरानी कचहरी इलाके में करीब पांच हजार वर्ग फीट जमीन पर दरगाह है। बताया जाता है कि ये जमीन सरकारी है। सोमवार शाम 5 बजे इसी से लगी जमीन पर कुछ लोग हनुमानजी की मूर्ति स्थापित करना चाहते थे। दरगाह में मौजूद लोगों ने आपत्ति जताई। इस पर बहसबाजी शुरू हो गई। रात 8 बजे के बाद विवाद बढ़ गया। दोनों समुदाय के लोग इकट्ठा हो गए। इसके बाद पत्थरबाजी होने लगी और देखते ही देखते बात इतनी बढ़ गई की शहर के कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगाना पड़ा।
यह भी पढ़ें… मध्य प्रदेश : मुख्यमंत्री शिवराज ने सुबह 6:30 बजे बुलाई आपात बैठक, अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश
देखते ही देखते पथराव, आगजनी, तोड़फोड़, मारपीट की घटना के बाद पुलिस ने मंगलवार देर शाम को स्थापित मूर्ति को हटाकर पुरानी सिटी थाना परिसर स्थित हनुमान मंदिर में रखवा दिया। लेकिन इसके बाद बात और बिगड़ गई भले ही हालत काबू में आ गए लेकिन पुलिस की इस हरकत कर विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए, पुलिस के लिए यह दोहरी चुनौती बन गई। वही पुलिस की इस कार्रवाई के विरोध बुधवार शाम 5 बजे सर्व समाज व संगठनों ने शहर के फव्वारा चौक पर हनुमान चालीसा पाठ किया।
यह भी पढ़ें…. MP में हाईकोर्ट का बड़ा फैसला, MPPSC की परीक्षा निरस्त
वही अब विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने पुलिस और प्रशासन को ही चेतावनी दे दी है, कार्यकर्ताओ ने कहा कि पुलिस ने एक समुदाय के दबाव में कार्रवाई की लेकिन यह नहीं चलेगा, पुरानी कचहरी परिसर को प्रशासन अपने कब्जे में ले, जिस समाज का कब्जा है, उसे हटाए। परिसर में स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर में बालाजी महाराज की विधि-विधान से स्थापना करें। वही पुलिस और प्रशासन से चर्चा के लिए एक समिति इलाके के वरिष्ठ लोगों ने गठित की है जो पुलिस और प्रशासन से चर्चा कर अपनी बात रखेंगे कि मूर्ति वापस उसी जगह पर स्थापित की जाए, इसके साथ ही कार्यकर्ताओ ने मांग न माने पर शुक्रवार को शहर बंद करने की चेतावनी दी है। इस पूरे हंगामे में नीमच सिटी थाने में अब तक पांच मामले दर्ज हुए। एक प्रकरण पुलिस प्रशासन की तरफ से भी दर्ज करवाया। 15 लोगों को हिरासत में लिया।
प्रशासनिक अधिकारियों की माने तो पुरानी कचहरी क्षेत्र में 1936 के रिकॉर्ड के अनुसार दो दरगाह व लक्ष्मीनारायणजी का मंदिर इंद्राज है। दो दिन पहले हनुमान जी की मूर्ति स्थापित की गई थी। विवाद की स्थिति बनी। वही घटना के दौरान महिलाओं से अभद्रता की गई जिसके बाद पुलिस ने आरोपियोंके खिलाफ कार्रवाई हालांकि पुलिस का कहना है की दस्तावेजों की जांच की जा रही है और अगर अतिक्रमण जैसी कोई बात सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी।