Neemuch News : मानसून की बेरुखी से फसल व किसानों के चेहरे मुरझाए हुए हैं। नीमच जिले में अल्प वर्षा और बारिश की लंबी खेंच से खेतों में खड़ी फसलें सूख चुकी है। किसान परेशान हो रहे हैं, लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों को किसानों की तनिक भी चिंता नहीं है। अगर चिंता होती, तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जनता से आशीर्वाद लेने यात्रा निकालने के बजाए किसानों की चिंता करते। आज भाजपा सत्ता में है और उनकी जवाबदारी है कि किसानों की इतनी बड़ी चिंता पर वह किसानों को राहत प्रदान करने का प्रयास करते।
बता दें कि यह आरोप कांग्रेस नेता व जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती ने लगाया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जनता से आशीर्वाद लेने के पहले अन्नदाता किसान की चिंता करें और नीमच को सूखाग्रस्त घोषित कर किसानों को फसल नुकसानी का तत्काल मुआवाजा दें। बाहेती ने बताया कि अल्प वर्षा से नीमच विधानसभा क्षेत्र ही नहीं पूरा जिला जूझ रहा है। जिले में अधिकांश जलस्त्रोत खाली पड़े हैं, जिसके कारण रबी की फसल में भी किसानों को जल संकट का सामना करना पड़ेगा।
बाहेती ने कहा कि वर्तमान में अल्प वर्षा और बारिश की लंबी खेंच से खरीफ की फसल चौपट हो गई है। पानी नहीं मिलने से सोयाबीन, मक्का,मूंगफली, उड़द आदि की फसले सूखकर पीली पड़ गई है। सोयाबीन के पौधों में जो फल आए थे, वे सूखकर खिर चुके हैं। किसान प्रकृति की मार के बोझ तले दबता जा रहा है। अगर बारिश नहीं हुई, तो यही हाल रबी की फसल के सीजन में भी रहेगा।
फसलों का सर्वे करा कर तत्काल किसानों को मिली मुआवजा
बाहेती ने बताया कि खरीफ की फसल के खाद-बीज से लेकर खेती की हंकाई, जुताई और बोवनी में किसानों ने हजारों रूपए खर्च कर दिए हैं, पर मानसून के रूठ जाने से किसानों के सामने संकट खड़ा हो गया है। फसलों की सिंचाई के लिए पानी कहा से लाए। सूखी फसलों को देख किसानों की चिंताएं भी बढ गई है। किसानों की पीड़ा देखते हुए मुख्यमंत्री जिला प्रशासन को फसल नुकसानी सर्वे के आदेश जारी करें और सर्वे के आधार पर किसानों को 100 प्रतिशत मुआवजा दें, जैसा प्रदेश में 2018-19 में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने दिया था।
किसानों की समस्या से विधायक को नहीं कोई सरोकार
कांग्रेस नेता व जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती ने आरोप लगाया कि नीमच विधानसभा क्षेत्र में बारिश नहीं होने से फसले सूख चुकी है। किसान परेशान हैऔर लगातार शासन-प्रशासन से सर्वे कराने की मांग कर रहे हैं, लेकिन नीमच विधायक दिलीपसिंह परिहार को किसानों की परेशान कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान कहते हैं कि वे किसान पुत्र और किसानों की पीड़ा को समझते हैं। इधर उनके विधायक को परेशान किसानों के खेतों में झांकने तक का समय नहीं है।
आशीर्वाद नहीं, जनता से माफी मांगे शिवराज
जिला पंचायत सदस्य बाहेती ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान आज 4 सितंबर को नीमच में जनता से आशीर्वाद लेने आ रहे हैं, लेकिन वे जनता से आशीर्वाद की जगह माफी मांगे। क्योंकि बारिश नहीं होने से किसान परेशान है। फसलें सूख चुकी है, लेकिन किसानों को राहत देने के प्रयास तो दूर उनके विधायक ने कोई पहल तक नहीं की है। न ही किसानों की पीड़ा को देखते हुए एक शब्द कहा है। फसलों को हुए नुकसान का मुआवजा देने के बजाए,सीएम अपना प्रचार करते हुए झूठा आशीर्वाद मांगने आ रहे हैं। किसानों की इस आफत पर नीमच के जवाबदार किसी भी भाजपा जनप्रतिनिधियों या किसी भी नेता अभी तक कोई बयान नहीं आया है। भाजपा के विधायक पहले भी अतिवर्षा का कोई मुआवजा नही दिला पाए थे।
नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट