Neemuch News : सड़कों पर उतरा गुर्जर समाज, सीएम के नाम पर पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन

Amit Sengar
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Neemuch News : भाजपा की जनआशीर्वाद यात्रा पर पत्थरबाजी का मामला तूल पकड़ता ही जा रहा है। भाजपा कांग्रेस के आरोपो के हमले के बाद अब गोपालक संघ लामबंद हो गया है। इन लोगो की मांग है कि पुलिस ने जिन गुर्जर समाज के निर्दोषों लोगो पर बिना जांच कर सरकार के दबाव में आकर कार्रवाई की है उनकी जांच कर उनको छोड़ा जाये। अन्यथा ओबीसी गोपालक संघ सड़को पर उतर कर आंदोलन करेगा। जिसकी जवाबदेही पुलिस प्रशासन की होगी।

पुलिस को आंदोलन की दी चेतावनी

नीमच के मेशी शोरूम चौराहा पर ओबीसी संगठन के बैनर तले गुजर समाज के लोग एकत्रित होकर पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचे जहां पर पुलिस अधीक्षक अमित तोलानी को ज्ञापन सोते हुए कहां की जन आशीर्वाद यात्रा पर पत्थर बाजी के मामले में पुलिस ने सरकार के दबाव में आकर जो कार्रवाई की है हमारे कुछ निर्दोष लोगों को गिरफ्तार किया है उन्हें छोड़ा जाए। नहीं तो शनिवार को रामपुरा ओर मनासा थाने का घेराव किया जाएगा। उसके बाद भी पुलिस निर्दोष लोगों को नहीं छोड़ती है तो एसपी कार्यालय का भी घेराव किया जाएगा और बड़ी संख्या में गोपालक सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे इसके अलावा दूध की सप्लाई भी बंद करने की चेतावनी पुलिस को दी है।

वहीं पूरे घटनाक्रम पर नीमच पुलिस अधीक्षक अमित तोलानी ने गोपालकों को जांच का भरोसा देते हुए वैधानिक कार्रवाई की बात की है। वही पुलिस ने इस मामले में अब तक 5 लोगो की गिरफ्तारी बताई है और कई लोगो को हिरासत में ले रखा है जिनसे जांच की जा रही है। गौरतलब है कि मनासा विधानसभा क्षेत्र के चेनपुरिया ब्लॉक के गांव में भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा पत्थर बाजी की घटना हुई थी। जन आशीर्वाद यात्रा में भाजपा के कद्दावर नेता व राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गी वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा सहित जनप्रतिनिधि मौजूद थे। असल में गांधी सागर अभ्यारण क्षेत्र में चीता प्रोजेक्ट के गोचर जमीन पर तार फेंसिंग करते हुए पूरे क्षेत्र को अभ्यारण क्षेत्र में ले लिया गया जिसके चलते करीब 27000 गायों पर खाने पीने का संकट मंडरा गया है। जिसके चलते यहां के गोपालकों का विरोध सामने आया था।

नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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