Neemuch News : कृषि उपज मंडी में सिक्योरिटी गार्डों की दिखी गुंडागर्दी, किसान ने पैसा देने से मना किया तो फोड़ दिया सिर, मुकदमा दर्ज

मंडी बोर्ड के द्वारा प्रदेश की मंडियों में आढ़त प्रथा बंद है। लेकिन नीमच कृषि उपज मंडी में व्यपारियों के द्वारा धड़ल्ले से आढ़त कर रहे है। जिससे सीधा नुकसान किसानों को होता है।

Amit Sengar
Published on -
neemuch news

Neemuch News : मध्य प्रदेश के नीमच जिले से एक कृषि उपज मंडी में आज उस वक्त माहौल गरमा गया। जब लहसुन मंडी के कुछ गार्ड ने किसान के ऊपर हमला कर दिया। जिसमे किसान के सिर पर गंभीर चोट आई। जिसका अस्पताल में इलाज जारी है। पीड़ित किसान की शिकायत पर पुलिस ने भी मारपीट का प्रकरण भी दर्ज किया है।

क्या है पूरा मामला

जानकारी के अनुसार, जावद क्षेत्र के हनुमंतिया के किसान दीपक गेट नंबर 3 से लहसुन से भरी गाड़ी लेकर आया था। किसान का आरोप है कि गार्ड ने लहसुन का वाहन अंदर जाने के लिए 500 से 1000 रुपए की अवैध मांग की थी। जिस पर किसान के मना करने पर कहा सुनी हुई। देखते ही देखते कहासुनी मारपीट में तब्दील हो गई। और एक गार्ड के साथ तीन अन्य गार्ड ने मिलकर किसान पर हमला कर दिया। जिसमें किसान दीपक के सिर पर गंभीर चोट आई। मारपीट की घटना के बाद मंडी में किसानों ने हल्ला बोल दिया और मंडी नीलामी बंद करने के साथ ही किसान धरने पर बैठ गए। वही मंडी सचिव ने मारपीट करने वाले चार गार्ड को निलंबित कर दिया है।

किसानों का आरोप है कि मंडी बोर्ड के द्वारा प्रदेश की मंडियों में आढ़त प्रथा बंद है। लेकिन नीमच कृषि उपज मंडी में व्यपारियों के द्वारा धड़ल्ले से आढ़त कर रहे है। जिससे सीधा नुकसान किसानों को होता है। लेकिन मंडी के अधिकारियों की मिलीभगत से यह चल रही है। और आढ़त के वाहनों को सीधा अंदर प्रवेश दिया जाता है। बाकी किसानों से वाहन अंदर जाने के लिए अवैध वसूली की जाती है।

नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

Other Latest News