Neemuch News : इन दिनों केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो(CNB) काश्तकारों की अफीम का तोल कर रहा है। जिनमें नीमच, मंदसौर, रतलाम के बाद अब चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा व यूपी के बाराबंकी के किसानों की अफीम का तोल किया जा रहा है। विभाग इस तोल के बाद अफीम की गाढ़ता का रिजल्ट भी वेबसाइट पर प्रतिदिन अपडेट कर रहा है। वहीं, CPS पद्धति के किसानों के डोडों का तोल भी केंद्रों पर किया जा रहा है।
परिणामों पर किसानों ने कही ये बात
एमपी व राजस्थान के साथ यूपी के अफीम काश्तकारों ने अफीम की गाढ़ता के प्रतिशत का तत्काल मिल रहा रिजल्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। किसानों का कहना है कि इस नई व्यवस्था से भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा है। गाढ़ता का रिजल्ट ऑनलाइन अपडेट किए जाने से वे अधिकारी भी चौंक गए हैं जो किसानों को लुटने का काम करते थे। आंकड़ा सामने आने के बाद पूरी स्थिति खुद ही स्पष्ट हो रही है।
20 मई को किए तोल का रिजल्ट जारी
वर्तमान में अफीम की सैम्पलिंग का काम चल रहा है। जैसे-जैसे परिणाम आ रहे हैं उन्हें विभाग की वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है। काश्तकार स्वयं भी अपनी अफीम की स्थिति को वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं। भीलवाड़ा व चित्तौड़ में 20 मई को किए गए 800 किसानों की अफीम के परीक्षण का रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। पिछले साल की तरह इस साल भी ओपियम कंटेनर ट्रेकिंग एप्लिकेशन यानी OCTA का प्रयोग किया जा रहा है। इसमें अफीम किसान का कंटेनर जब फैक्ट्री में आता है तो किसी को पता नहीं चलता कि इस कंटेनर में किस किसान की अफीम है। यह सॉफ्टवेयर QR कोड और ब्लॉक चेन आधारित बनाया गया है जो समूची प्रणाली को पूरी तरह से गोपनीय एवं पारदर्शी बनाता है- नरेश बुन्देल, जीएम
नई तकनीक का उपयोग
नीमच में 1 अप्रैल से काश्तकारों की अफीम का कनावटी रोड के नवनिर्मित मेडिकल कॉलेज के सामने स्थित होटल आम्रपाली रिसोर्ट में तोल किया गया। इस वर्ष अफीम एवं क्षारोद कारखाना ने किसानों की अफीम की गाढ़ता परीक्षण का परिणाम स्पष्ट करने के लिए नई तकनीक अपनाई है। इस तकनीक से किसान भी स्वयं अपनी अफीम की गाढ़ता की स्थिति का पता कर सकते हैं।
नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट