नीमच, कमलेश सारडा। जिले के जावद जनपद में आने वाली सबसे बड़ी ग्राम पंचायत जाट (gram panchayat jatt) जो कि हमेशा अपने कारनामों के कारण चाहे साफ सफाई को लेकर हो या भृष्टाचार के लिए या सबसे ज्यादा सचिव बदलने के लिए जिले में हमेशा सुर्खियों बटोरती रही है, आठ साल के लंबे इन्तजार के बाद ग्राम पंचायत जाट के लिए आदीवासी सीट मिली जिसके चलते ग्राम पंचायत जाट का सरपंच बनने के सपने देखने वाले दावेदारों के सारे सपने काफूर हो गए और ग्राम पंचायत जाट को तरौली ग्राम से भाजपा समर्पित युवा आदिवासी लालू राम के रूप में ग्राम वासियो ने सरपंच चुना वहीं ग्राम पंचायत जाट में 21 वार्ड वाली पंचायत में चार पंच मुस्लिम समाज से चुनकर आए थे।
ग्राम पंचायत जाट में आदिवासी सरपंच बनने के बाद से ही उपसरपंच की दौड़ में कुछ धनाढ्य लोग मैदान में उतर गए ओर अपना अपना प्रभाव धनबल के साथ दिखाने लगे जिसके चलते उपसरपंच के पद को लेकर घमासान देखने को मिला तो दावेदारों ने वार्ड पंचों को अपने-अपने पक्ष में वोट करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी वही एक दावेदार द्वारा मैदान छोड़ने पर एक नए दावेदार ने जोकि समाजसेवी किशन लाल ब्रमभट्ट समर्थक होकर मेदान में उतार दिया गया।
आज ग्राम पंचायत के उपसरपंच के पद को लेकर जो स्थिति निर्मित हो रही थी जिसको लेकर रतनगढ़ थाना प्रभारी आनंद सिंह आजाद व जाट चौकी के तेज तर्रार प्रभारी सिंगावत द्वारा सुबह से ही ग्राम पंचायत पर डेरा डाल दिया था ताकि किसी प्रकार की कोई स्थिति निर्मित ना हो। जिसके चलते शांति पूर्ण तरीके से उपसरपंच का चुनाव सम्पन्न हुआ और 21 वार्डो के पंचो ने बरसती बारिश में अपने मतो का प्रयोग करते हुए वार्ड नम्बर 2 से भाजपा समर्पित दावेदार केसर बाई पिंटू गुर्जर को उप सरपंच के रूप में विजय दिलाई। दो दावेदारों में से एक को 10 वोट मिले तो दूसरे दावेदार केसर बाई पिंटू गुर्जर को 11 वोट हासिल हुई जिसके चलते एक वोट से केसर बाई पिंटू गुर्जर के सर पर उपसरपंच का ताज आ गया।
जावद विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत जाट के उपसरपंच चुनाव को लेकर जिले भर तक के सभी नेताओं की नजर बनी हुई थी, कि आखिर किस के सर पर सजेगा उपसरपंच का ताज इस पूरे घटनाक्रम में समाजसेवी किशनलाल ब्रहम भट्ट और दो मुस्लिम पंचो ने किंग मेकर का काम करते हुए पूरी बाजी ही पलट दी समाजसेवी किशनलाल ब्रमभट्ट द्वारा वार्ड पंचों को ग्राम पंचायत को भृष्टाचार मुक्त और गांव के विकास को लेकर सहमति जताई गई जिससे युवा पंच द्वारा श्री किशन लाल पर विश्वास जताया और उससे संतुष्ट होते हुए वही दो मुस्लिम वार्ड पंचो द्वारा किशनलाल ब्रमभट्ट पर की विकासवादी सोच से प्रेरित होते हुए उनके समर्थक वार्ड क्रमांक 2 से केसर बाई पिंटू गुर्जर के पक्ष में अपना मतदान करते हुए पूरी बाजी ही पलट दी समाजसेवी किशन लाल के पक्ष के भाजपा समर्पित उपसरपंच को जीत का ताज पहना दिया। इस तरह ग्राम पंचायत जाट सरपंच ओर उपसरपंच के साथ पुनः भाजपा की जोली में आ गई।