निवाड़ी, मयंक दुबे। मध्य प्रदेश राजनीति (MP Politics) में दिग्विजय सिंह (Digvijay singh) अपने बयान को लेकर जाने जाते हैं। दिग्विजय सिंह का बयान सियासी गलियारों में हलचल पैदा करने के लिए काफी माना जाता है। इसी बीच मध्य प्रदेश में उपचुनाव से पहले दिग्विजय सिंह ने राजा राम के दरबार में शंखनाद किया है। 2018 के चुनाव से पहले दिग्विजय सिंह को राजा राम के दरबार में आशीर्वाद मिला था।
वही निवाड़ी में मीडिया से बात करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा में पीढ़ी दर पीढ़ी काम करने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को दरकिनार किया जा रहा है। सपा और कांग्रेस के नेताओं के भरोसे भाजपा हैं। दिग्विजय ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को सहानुभूति दी है। जिनके साथ ऐसा हो रहा है।
वही लखीमपुर खीरी घटना पर बोलते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि देश के गृह राज्य मंत्री का पुराना क्राइम रिकॉर्ड भी देखा जाए तो कई अपराधिक प्रकरण के खिलाफ सामने आएंगे। स्मगलिंग से लेकर टिंबर चोरी तक और डीजल की तस्करी फर्टिलाइजर तस्करी तक में उनके नाम सामने आ सकते हैं। भाजपा का अपराधीकरण हो चुका है। अपराधियों को तरजीह दी जा रही है। वहीं पार्टी में सचरित्र भाजपा कार्यकर्ताओं को पार्टी से अलग किया जा रहा है।
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वहीं BJP के मंत्री गोपाल भार्गव के कांग्रेसी खत्म होने के बयान पर बोलते हुए दिग्विजय सिंह ने तगड़ा तंज कसा है। Digvijay सिंह ने कहा कि गोपाल भार्गव को याद करना चाहिए कि वह खुद कांग्रेस में थे। यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष थे। दिग्विजय सिंह ने कहा कि गोपाल भार्गव किस बात की चिंता होनी चाहिए कि वह ज्यादा दिन बीजेपी में नहीं रह पाएंगे। मप्र राजनीति में बीजेपी को उनकी हालत बना दी है। उनको गोपाल भार्गव जैसे लोगों की आवश्यकता नहीं है।
वहीं कांग्रेस के g-23 गुट के नेता की विचारधारा का काट करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह कपिल सिब्बल के बयान से किसी भी तरह से इत्तेफाक नहीं रखते हैं। जबकि सरस्वती शिशु मंदिर की घटा को दोहराते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर में नफरत के बीज बोए जाते हैं और इस बात से वह कभी पीछे नहीं हटेंगे।