MP News : मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय द्वारा कचरा एकत्रित करने के लिए घर-घर डीजल और सीएनजी के वाहन चलाए जा रहे हैं ताकि घरों का वेस्ट मटेरियल लोग उस गाड़ी में डाल सकें और गंदगी ना फेहलाएं। जैसा कि सभी जानते हैं स्वच्छता के मामले में मध्यप्रदेश का इंदौर शहर सबसे आगे है। इंदौर में हर गली-गली में कचरा गाड़ी जाती है। ऐसे में अब तक शहर में डीजल-पेट्रोल और सीएनजी से चलने वाली कचरा गाड़ियां दौड़ाई जा रही है।
लेकिन अब सभी कचरा गाड़ियों को ईवी में बदला जाने वाला है। जल्द ही नगरीय निकायों द्वारा कचरा एकत्रित करने के लिए ई-व्हीकल ही खरीदे जाने वाले हैं। इसको लेकर नगरीय संचालनालय ने प्रस्ताव बना लिया है। बस इसे विभाग को भेजा जाएगा। विभाग की मंजूरी मिलने के बाद मध्य प्रदेश के 413 नगरीय निकायों में ई-व्हीकल चलाएं जाएंगे। इसकी वजह से प्रदुषण भी कम होगा और हर माह नौ करोड़ की बचत भी होगी। ईवी वाहन को चलाने के लिए ज्यादा खर्च नगरीय निकाय को नहीं उठाना पड़ेगा। इतना ही नहीं ये कदम इसलिए भी उठाया जा रहा है ताकि ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन में कमी आए।
250 ई वाहन खरीदेगा नगरीय निकाय विभाग
इसको लेकर अधिकारीयों का मानना है कि आने वाले सालों में ये काम पूरी तरह से कर दिया जाएगा। दरअसल, नगरीय निकाय विभाग केंद्र सरकार की मदद से ई-व्हीकल को लेकर पायलट प्रोजेक्ट चलाने वाला है। ऐसे में शुरुआत में 250 वाहन ख़रीदे जाने वाले हैं। ऐसे में शहरों को चुन कर पायलट प्रोजेक्ट के तहत उन शहरों में ई-व्हीकल संचालित किए जाएंगे। इसके लिए चार्जिंग स्टेशन भी बना कर तैयार किए जा रहे हैं। ताकि इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने में किसी भी तरह की समस्या ना हो।