भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश के स्कूली बच्चों को शैक्षिक गतिविधियों के साथ साथ अन्य रुचिकर गतिविधियों जैसे कला प्रदर्शन, नाटक, नृत्य, संगीत, खेल में भावनात्मक और शारीरिक रूप से बेहतर बनाने के उद्देश्य से स्कूल शिक्षा विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। विभाग ने इसके लिए ने यूथ क्लब का गठन किया जिसे नाम दिया गया है “ओजस क्लब”। खास बात ये है कि अभी तक इन क्लबों का फायदा हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी के विद्यार्थियों को मिलता था लेकिन इस साल से इसका लाभ मिडिल और प्राइमरी के बच्चों को भी मिलेगा।
मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग ने 21 अक्टूबर 2019 को प्रदेश के हायर सेकेंडरी और हाई स्कूलों में यूथ क्लब “ओजस क्लब” के गठन के निर्देश दिये थे। उद्देश्य था कि किशोरावस्था में शरीर , व्यक्तित्व, बुद्धि और और सामाजिक दृष्टिकोण विकसित होते हैं। इसलिए इस अवस्था में बच्चों पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। इसलिए विद्यार्थियों में उनकी रुचियों को विकसित करने और मार्गदर्शन देने का काम ओजस क्लब करेगा।
खास बात ये है कि इस वर्ष से शालाओं के स्वरूप में परिवर्तित होने से एकीकृत शालाओं में ओजस क्लब की गतिविधियों में प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं के विद्यार्थी भी शामिल होंगे। जबकि अभी तक इसमें हायर सेकेंडरी और हाई स्कूल के विद्यार्थी ही लाभांवित होते थे।
लोक शिक्षण आयुक्त जयश्री कियावत ने सभी जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला परियोजना समन्वयकों को पत्र जारी करते हुए कहा कि जिन शालाओं में पूर्व से ओजस क्लब गठित है, वहां ओजस यूथ क्लब का पुनर्गठन किया जाएगा तथा जिन शालाओं में गठित नहीं है, वहां ओजस क्लब का गठन किया जाएगा । इसी प्रकार प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों में भी ओजस क्लब का गठन किया जाएगा।