MP Tourism : एमपी का प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग है ओंकारेश्वर, घूमने के लिए आसपास है ये पर्यटन स्थल

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MP Tourism : मध्य प्रदेश को भारत का दिल कहा जाता है। यहां घूमने के लिए पर्यटकों को कई सारे ऐतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतिक स्थल के साथ कई सारे मार्केट भी मिल जाते हैं। जहां घूमने का मजा कुछ और ही होता है। आज हम आपको एक धार्मिक स्थल के बारे में बताने जा रहे हैं जहां की मान्यता काफी ज्यादा हैं। ये हैं मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर।

यहां भगवान शिव शंकर के दर्शन करने के लिए ही देशभर से पर्यटक आते हैं। आपको यहां पर नर्मदा और कावेरी नदी का संगम देखने को मिलता है। साथ ही आपको ओंकारेश्वर में वास्तु कला के चमत्कार और प्राकृतिक सौंदर्य का भी समावेश देखने को मिलता है। आज हम आपको ओमकारेश्वर पर्यटन स्थल और दर्शनीय स्थल की पूरी जानकारी इस आर्टिकल में देने जा रहे हैं। साथ ही आसपास घूमने की जगह के बारे में भी बताने जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं-

MP Tourism : चमत्कारी है ये ज्योतिर्लिंग –

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ओंकारेश्वर का नाम ओमकारा से लिया गया है। ये शिव जी का ही नाम है। ये 12 ज्योतिर्लिंग में से एक हैं। इसे काफी ज्यादा चमत्कारी माना गया है। हर साल हजारों भक्तों द्वारा यहां भगवान के दर्शन किए जाते हैं। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में स्थित ओंकारेश्वर मंदिर के आसपास पूरा क्षेत्र पहाड़ों से घिरा हुआ है। यहां का प्राकृतिक नजारा लोगों का दी जीत लेता हैं।

गहरी पहाड़ियों के बीच से होते हुए इस तीर्थ स्थल तक लोग पहुंचते हैं। ओंकारेश्वर, पवित्र द्वीप, ओम के आकार का है जो की हिंदू धर्म का सबसे पवित्र प्रतीक है। मंदिर नर्मदा और कावेरी नदियों के मिलन बिंदु पर स्थित मांधाता नामक एक द्वीप पर स्थित है। ज्योतिर्लिंग ममलेश्वर मंदिर भी यहां स्थित हैं। सुबह 5:00 बजे से रात 10:00 बजे तक भक्त यहां आकर बाबा के दर्शन कर सकते हैं।

आसपास घूमने की जगहें –

आसपास घूमने के लिए आपको यहां कई धार्मिक स्थल मिल जाएंगे। आप ओंकारेश्वर में केदारेश्वर मंदिर, सिद्धनाथ मंदिर, श्री गोविंदा भगवतपद गुफा,ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग, काजल रानी गुफा, टूरिस्ट स्पॉट गौरी सोमनाथ मंदिर, फैनसे घाट, अहिल्या घाट, पेशावर घाट, रनमुक्तेश्वर मंदिर, ओंकारेश्वर बांध, सतमतिका मंदिर, स्थानीय भोजन आदि सभी जगह घूमने का मौका मिल जाता हैं। आप इन जगहों का दीदार करने के लिए जा सकते हैं। ये जगह प्राकृतिक की गोद में बसी हुई हैं।

ऐसे पहुंचे –

आप सालभर में कभी भी यहां घूमने के लिए आ सकते हैं। वहीं सबसे अच्छा समय जुलाई से अप्रैल तक का माना जाता हैं। इस बीच हजारों भक्त दर्शन के लिए आते हैं। दशहरा के त्यौहारों के दौरान शहर बहुत आकर्षक होता है। आप इंदौर से यहां किसी भी वाहन, बस, टू व्हीलर से आए सकते हैं। यहां का रास्ता काफी आसान है। आप ट्रैन से भी यहां आ सकते हैं।


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Ayushi Jain

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