Omkareshwar : मध्य प्रदेश में भारी वर्षा का दौर बीते शुक्रवार की रात से लगातार जारी है। कई नदी नाले उफान पर है। वहीं नर्मदा का जलस्तर भी काफी ज्यादा बढ़ गया है। 49 साल बाद पहली बार मां नर्मदा ने ओंकारेश्वर के ममलेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया है। जिसकी तस्वीर भी सामने आई है। बताया जा रहा है कि मां नर्मदा ने महादेव का जल अभिषेक करने के साथ-साथ माता पार्वती के चरण स्पर्श भी किए हैं।
Omkareshwar Dam के 23 गेट खोले
जैसा कि आप सभी जानते हैं बीते शुक्रवार की रात से लगातार मध्य प्रदेश में तेज वर्षा हो रही है। इसी के चलते मध्य प्रदेश के सभी डैम और नदियां लबालब हो चुकी हैं। इसका असर बरगी, इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर डैम के क्षेत्र में भी देखने को मिला है। भारी बारिश की वजह से निचली बस्ती के लोगों को प्रशासन द्वारा दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है। इतना ही नहीं सभी डैमों के गेट खोल दिए गए हैं।
वहीं ओंकारेश्वर डैम के 23 गेट भारी वर्षा के चलते खोलने पड़े हैं। जिसकी वजह से नर्मदा नदी का स्तर काफी ज्यादा बढ़ गया है। जानकारी के मुताबिक, अगर ऐसी ही वर्षा होती रही तो आज नर्मदा नदी का पानी ओंकारेश्वर मंदिर के गर्भ गृह तक पहुंच सकता है। हालांकि अभी तक नर्मदा का पानी ममलेश्वर मंदिर तक तो पहुंच चुका है। स्वयं ही माता नर्मदा ने ममलेश्वर महादेव का जल अभिषेक किया और माता पार्वती के भी चरण स्पर्श किए।
1974 में मां नर्मदा ने किया था महादेव का जलाभिषेक
इसको लेकर मंदिर के पुजारी द्वारा बताया गया है कि शनिवार देर रात मां नर्मदा का जल ममलेश्वर मंदिर तक पहुंचा। ऐसा 49 साल बाद देखने को मिला है। इससे पहले 1974 में मां नर्मदा ने महादेव का जल अभिषेक किया था। हालांकि उसके बाद भी कई बार नर्मदा का जलस्तर बढ़ा लेकिन मंदिर के गर्भ गृह तक पानी नहीं पहुंच पाया था। लेकिन इस साल ऐसा संभव हुआ और मां नर्मदा ने ममलेश्वर महादेव का जल अभिषेक किया।
ओंकारेश्वर मंदिर के दोनों पुल बंद
हालांकि अभी ओंकारेश्वर मंदिर में भक्तों को आने से रोक दिया गया है, क्योंकि लगातार नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। प्रशासन ने बढ़ते जल स्तर को देखते हुए मंदिर तक पहुंचने वाले दोनों पुल के रास्ते को पूरी तरीके से बंद कर दिया है। ऐसे में अगर आप भी ओंकारेश्वर जाने का प्लान बना रहे हैं तो न जाए, वहां आपको दर्शन करने का मौका नहीं दिया जाएगा।