मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के प्रतिष्ठित हमीदिया अस्पताल में मंगलवार को हजारों आउटसोर्स कर्मचारियों ने वेतन न मिलने के कारण हड़ताल का सहारा लिया है। दरअसल इस हड़ताल के चलते अस्पताल की नियमित सेवाएं पूरी तरह से ठप होती हुई नजर आई हैं। जानकारी के मुताबिक सफाईकर्मी, सुरक्षा गार्ड, हाउसकीपिंग और तकनीकी स्टाफ समेत कई विभागों के कर्मचारी ऑल डिपार्टमेंट आउटसोर्स अस्थाई कर्मचारी मोर्चा के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर उतर चुके हैं।
दरअसल कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें बीते 4-5 महीनों से वेतन नहीं दिया गया है, जिसके चलते उनके लिए घर-परिवार चलाना भी कठिन हो गया है। कर्मचारियों ने बताया कि पहले भी इस मुद्दे को प्रशासन के समक्ष उठाया गया था, लेकिन कोई हल नहीं निकाला गया है। वहीं इस बार वे मांग पूरी होने तक हड़ताल खत्म न करने का संकल्प लेकर उतरे हैं। कर्मचारियों ने कहा है कि जब तक वेतन नहीं दिया जाता, तब तक उनका विरोध इसी तरह जारी रहेगा।
वेतन न मिलने के कारण उनकी की स्थिति बेहद खराब
जानकारी के अनुसार बड़ी संख्या में कर्मचारी मंगलवार सुबह 8 बजे से ही अस्पताल परिसर में जुटने लगे और अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए दिखाई दिए। आंदोलन का नेतृत्व आउटसोर्स मोर्चा के नेता रज्जूमल द्वारा किया जा रहा हैं। वहीं इस आंदोलन में विभिन्न विभागों के आउटसोर्स कर्मी भी शामिल बताए जा रहे हैं, जो अपनी समस्याओं को लेकर एकजुट हो गए हैं और हड़ताल कर रहे हैं। उनका कहना है कि आर्थिक तंगी और वेतन न मिलने के कारण उनकी की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है और अब वे इसे और बर्दाश्त नहीं करेंगे।
जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करने की मांग की गई
प्रदेश स्तरीय आउटसोर्स कर्मचारी संघ के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने ऑनलाइन माध्यम से हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को अपना समर्थन दिया है। दरअसल वासुदेव शर्मा द्वारा सरकार और अस्पताल प्रशासन से जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करने की मांग की गई है। वहीं वासुदेव शर्मा ने चेतावनी दी कि अगर इस मुद्दे को हल नहीं किया जाता है, तो यह विरोध जल्द ही अन्य अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में भी किया जा सकता है। इसके साथ शर्मा ने बताया कि सभी जिलों के अस्पतालों के कर्मचारी इस आंदोलन में हमीदिया के कर्मचारियों के साथ खड़े हैं और जल्द ही राज्यव्यापी आंदोलन की योजना भी बनाई जाएगी।
अस्पताल की सेवाएं हुई प्रभावित
वहीं इस हड़ताल के चलते अस्पताल की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई है, जिससे वार्डों और अन्य विभागों में गंदगी फैलने की आशंका है। इसके साथ ही सुरक्षा गार्ड और हाउसकीपिंग स्टाफ की अनुपस्थिति के कारण मरीजों और उनके परिजनों को भी कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।