Chaitra Navratri 2023 : चैत्र नवरात्रि के पांचवे दिन मां दुर्गा की पांचवी शक्ति मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है। इस दिन भक्तों को अभीष्ट फल प्रदान करने वाली मां दुर्गा के पंचम स्वरूप मां स्कंदमाता की पूजा करने का विधान होता है। स्कंदमाता देवी के इस स्वरूप को देवी के चौथे स्वरूप के रूप में भी जाना जाता है। उनकी पूजा से मां सकल सुखों की प्राप्ति होती है और सभी विघ्नों से मुक्ति मिलती है। वैसे तो नवरात्रि के नौ दिनों में देशभर हर मंदिरों में मां के भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है।
भक्तों की मुरादे होती है पूरी
इसी कड़ी में मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की प्रसिद्ध मां पद्मावती शक्ति पीठ (बड़ी देविन मंदिर) में भी पहले दिन से ही श्रद्धालुओं की खासा भीड़ देखने को मिल रही है। जहां भक्तगण सुबह से ही मां के दर्शन प्राप्त कर उन्हें जल चढ़ाते नजर आएं। बुदेलखण्ड के भक्तों में बड़ी देविन का बहुत बड़ा महत्व है। ऐसी मान्यता है कि यहां भक्तों की मुरादे पूरी होती है।
बडी देविन मंदिर का इतिहास
यह मंदिर हिंदू धर्म का एक प्रमुख तीर्थस्थान है। जिसका इतिहास, धर्म, और स्थानीय संस्कृति से संबद्ध है। मंदिर का नाम पद्मावती देवी के नाम पर है, जिन्हें भगवान विष्णु की शक्ति के रूप में जाना जाता है। इस मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है और इसे 10वीं शताब्दी से भी अधिक पुराना माना जाता है। मंदिर के पास एक प्राचीन शिलालेख है जो ब्राह्मी लिपि में लिखा गया है।
पद्मावती माता मंदिर का निर्माण संभवतः 10वीं या 11वीं शताब्दी में हुआ था। यह मंदिर बुंदेलखंड में स्थित है और पहाड़ी क्षेत्र में बसा हुआ है। मंदिर का निर्माण पत्थर से हुआ है और इसमें शंख, चक्र, गदा और लक्ष्मण जी की मूर्तियां लगी हैं। मंदिर के अंदर एक सुंदर शिवलिंग भी है।
धूमधाम से मनाते हैं भक्त
पद्मावती देवी मंदिर में नवरात्रि के दौरान लाखों भक्तों की भीड़ होती है। इस दौरान मंदिर में विशेष पूजा विधि के अनुसार पूजा की जाती है और भगवान विष्णु की शक्ति की आराधना की जाती है। पन्ना के लोग इस उत्सव को बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं।