MP First Glass Bridge : पन्ना जिले में बृहस्पति कुण्ड जलप्रपात पर देश का दूसरा और मध्य प्रदेश का पहला ग्लास ब्रिज बनने जा रहा है। इस प्रोजेक्ट्स से पर्यटन स्थलों और भी रोमांचक बन जाएगा जो कि पर्यटकों को नया अनुभव प्रदान करेगा हैं। ग्लास ब्रिज के माध्यम से पर्यटक जलप्रपात के नीचे की गहराइयों को देख सकेंगे। बता दें कि बृहस्पति कुण्ड का जलप्रपात पहाड़ियों, नदियों और घने वनों के बीच स्थित होने के कारण यह स्थल पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय है।
लोगों को मिलेंगे रोजगार के अवसर
इस प्रोजेक्ट के माध्यम से पन्ना जिले में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय आर्थिक विकास को भी उन्नति मिलेगी। ऐसे आवासीय पर्यटन स्थल पर आने वाले पर्यटक न केवल प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठा सकेंगे, बल्कि वे नए प्रकार के अनुभवों का भी लुफ्त उठा पांएगे। पर्यटन के साथ-साथ इस परियोजना से स्थानीय सांस्कृतिक धरोहर को भी प्रमोट किया जा रहा है। साथ ही नए रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे, जिससे उनके आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी। इसके अलावा, पन्ना जिले को नई पहचान भी मिलेगी।
पूर्व कलेक्टर ने भेजा था प्रस्ताव
दरअसल, पन्ना के पूर्व कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने पर्यटन के क्षेत्र में विकास के लिए कदम उठाते हुए बृहस्पति कुंड जलप्रपात को आकर्षक बनाने के प्रस्ताव को प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति विभाग तक पहुंचाया। इस प्रस्ताव के अनुसार, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति विभाग शिवशेखर शुक्ला के सहयोगी, मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम के वास्तुविद सतीश कालान्तरे (जबलपुर), कार्यपालन यंत्री के चौरसिया (सागर) और विवेक चौबे, उपयंत्री (खजुराहो) इसके अध्ययन और अनुसंधान के लिए पहुंचे और प्रस्ताव को मान्यता दी।
लोकेशन का किया गया अध्ययन
बृहस्पति कुण्ड जलप्रपात के विकास के संदर्भ में मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम की तकनीकी टीम द्वारा यहां पहुंचकर लोकेशन का अध्ययन किया गया। वहीं, वास्तुविद सतीश कालान्तरे ने जानकारी देते हुए बताया कि जलप्रपात के आसपास फिलहाल सुरक्षा की कमी है। जिससे दुर्घटनाओं की संभावना हमेशा बनी रहती है। इसलिए लिए सबसे पहले इसके चारों ओर रेलिंग लगाई जाएगी। जिससे सुंदरता के साथ-साथ सुरक्षा भी होगी। आश्रम की तरफ एक मजबूत ग्लास ब्रिज बनाया जाएगा, जिससे पर्यटक जलप्रपात की खूबसूरती को निहार सकेंगे।
ये होगी खासियतें
कार्यपालन यंत्री चौरासिया ने बताया कि जलप्रपात के आसपास पैगोडा डिजाइन के विश्राम स्थल बनाएं जाएंगे ताकि पर्यटकों को धूप, बारिश और अन्य मौसम में परेशानियों का सामना ना करना पड़े। इसके अलावा, प्रसाधन गृह और पार्किंग की व्यवस्था होगी। खाली पड़े चट्टानी मैदान में लैंडस्केप और उद्यान विकासित किए जांएगे, जिससे पर्यटकों को प्राकृतिक और शांतिपूर्ण माहौल मिल सके।